
घर या जमीन बनाना हर किसी के जीवन की इच्छा होती है। किसी के लिए तो ये एक सपना होता है। कुछ लोगों का ये सपना पूरा हो पाता है तो किसी के लिए ये सपना ही बनकर रह जाता है, और कुछ लोग तो अपने इस सपने को पूरा तो कर लेते हैं पर आगे चलकर उनको अहसास होता है कि उनके साथ धोखा हुआ है। आज का ये आर्टिकल उन लोगों के लिए है जिनके पास अपने ज़मीन या घर ख़रीदने के लिए धन तो है लेकिन उचित जानकारी नहीं है। जिससे की वो अपना खुद का घर बना पाएँ।
तो आइये जानते हैं कि कैसे आप एक अच्छी प्रोपर्टी ख़रीद सकते हैं। सबसे पहले आप कोई भी प्रोपर्टी या तो स्वयं खरीदते हैं या किसी ब्रोकर के द्वारा, ये दो माध्यम होते हैं जिससे आप कोई भी ज़मीन या घर खरीदते हैं। यदि आप स्वयं किसी की प्रोपर्टी खरीदते हैं तो इसमें आपको किसी को कमीशन या ब्रोकरेज (दलाली) नहीं देनी पड़ती है आप सीधे ही किसी से भी उसकी ज़मीन का सौदा कर सकते हैं। यदि आप किसी ब्रोकर के द्वारा कोई ज़मीन या घर लेते हैं तो वह उसमे अपना कमीशन लेता है। अक्सर लोग किसी ब्रोकर के द्वारा ही किसी प्रोपर्टी को खरीदते हैं क्योकि ब्रोकर को उस प्रोपर्टी के बारे में सारी जानकारी होती है, जिसे वह आपके साथ साझा करता है और आपको प्रोपर्टी दिलाने में सहायता भी करता है। परंतु मेरा मानना ये है कि आपको भी उस प्रोपर्टी के बारे में पता लगाना चाहिए क्योंकि कभी कभी ब्रोकर आपको गलत जानकारी देकर प्रोपर्टी बेच देता है जिससे आपको बाद में कई सारी परेशानियाँ होती हैं। कभी कभी तो आपने जो प्रोपर्टी खरीदी होती है उससे भी हाथ धोना पड़ जाता है।
इन सभी से बचने के लिए हम आज आपको वो सभी जानकारियाँ देंगे जो किसी घर या ज़मीन को ख़रीदने मे आपकी सहायता करेंगी। सबसे पहले आप जिस भी प्रोपर्टी को खरीदना चाहते हैं उसके रजिस्ट्री के पेपर की कॉपी ले लीजिये और उसे ठीक से पूरा पढ़िये। जिससे आपको उस प्रोपर्टी के बारे में बहुत कुछ जैसे: उस प्रोपर्टी का खाता संख्या, ज़मीन संख्या, रेजिस्ट्रेशन संख्या आदि पता चल जायेगा। जिसे आप उस नगर की कोर्ट में जाकर उसके बारे में पता लगा सकते हैं। एक बात और आप ये सारे कार्य स्वयं न करना चाहें तो किसी वकील के द्वारा भी करवा सकते हैं। इसके बाद आप प्रोपर्टी के पेपर्स से मिले डाटा से अनलाइन भी चेक करवा सकते हैं।

सबसे पहले आप उस प्रॉपर्टी की NEC (Non encumbrance certificate ) निकलवाए जिससे ये पता चलता है की उस प्रॉपर्टी पर किसी ने लोन तो नहीं ले रखा है यदि उस प्रॉपर्टी पर कोई लोन लिया गया है तो प्रॉपर्टी लेने के बाद वह लोन आपको चुकाना होगा। अगर सब सही होता है तो फिर उस एरिया के लेखपाल (जो की आपको उस प्रॉपर्टी के नज़दीकी कोर्ट में मिलेंगे ) से उस प्रॉपर्टी का नक्शा निकलवा लें और उस रजिस्ट्री के नक़्शे से मिला ले । प्रॉपर्टी का खाता संख्या मिला लें । यदि सब कुछ सही होता है तो प्रॉपर्टी खरीदने के लिए आगे बढ़ें । याद रखें ये सारे काम आप स्वयं नहीं कर पाएंगे तो किसी वकील से संपर्क करें जो ज़मीनी कार्य करते हो । इसके बाद वकील द्वारा रजिस्ट्री के पेपर बनवा ले और कोर्ट में जाकर रजिस्ट्री के लिए अप्लाई करें । रजिस्ट्री हो जाने के बाद दाखिल खारिज कराने के लिए रजिस्ट्री के पेपर की कॉपी द्वारा अप्लाई करवाए । तीन महीने बाद जब तारीख आ जाये तब आपको कोर्ट में जाकर अपनी ज़मीन का दाखिल खारिज करा लें । बता दे दाखिल खारिज इस लिए करना आवश्यक है क्योकि जब आप रजिस्ट्री करवाते है तो ज़मीन आपके नाम से रजिस्टर कर दी जाती है लेकिन जब आप दाखिल खारिज हो जाता है तो आप का उस ज़मीन पर मालिकाना हक़ हो जाता है । दाखिल खारिज इसलिए करवाया जाता है की अगर रजिस्ट्री करने के बाद तीन महीने तक यदि कोई यह कहता है की इस ज़मीन पर मेरा अधिकार है तो उस केस में आपका ज़मीन पर कोई अधिकार नहीं रह जाता है । अतः रजिस्ट्री करवाने के बाद ज़मीन पर दाखिल करना बहुत आवश्यक है ।
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