नये संसद भवन से जुडी सभी जानकारी एवं रोचक तथ्य।

नये संसद भवन

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 28 मई 2023 को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के साथ पूजा-अर्चना के बाद नए संसद भवन का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लोकसभा स्पीकर के आसन के पास ऐतिहासिक ‘सेंगोल’ की स्थापना की और उन्होंने नए संसद भवन के निर्माण कार्य में योगदान देने वाले श्रमजीवियों को सम्मानित भी किया। आइये जानते है नए संसद भवन से जुडी अन्य जानकारियां और कुछ रोचक तथ्य।

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नए संसद भवन की महत्ता :

हमारे देश की विशेषता में से एक है कि हम एक विशाल और सशक्त लोकतांत्रिक प्रणाली के साथ काम कर रहे हैं। संसद इस लोकतांत्रिक प्रणाली का मुख्य स्तंभ है, जहां सभी महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाते हैं और विधान पारित किए जाते हैं। भारतीय संविधान के तहत, नई व्यवस्था के लिए, हमें एक नए संसद भवन की जरूरत हो गई है। यह भवन हमारे लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को मजबूत करने, विशेषज्ञता को प्रोत्साहित करने, और एक पर्यावरण से योग्य, आधुनिक और प्रगतिशील भारत के बनावट का प्रतीक बनाने का ध्येय रखेगा।

नये संसद भवन के निर्माण के कारण

नए संसद भवन के निर्माण के पीछे कई कारण हैं। पहले, मौजूदा संसद भवन ने लंबे समय तक सेवा की है, और अब यह नए समय की मांगों और तकनीकी आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर पा रहा है। इसके अलावा, बढ़ती जनसंख्या के साथ एक और बड़ी समस्या उत्पन्न होती है, जो संसद भवन में और अधिक मंदी का कारण बन गई है। नए संसद भवन के निर्माण से, हम एक आधुनिक और बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर होने का संकेत देते हैं।

डिज़ाइन और स्थापत्य: नए संसद भवन की अवलोकनीयता

विचारों और डिज़ाइन प्रक्रिया

नये संसद भवन का डिज़ाइन

नए संसद भवन के निर्माण की प्रक्रिया ध्यानवानीय और विस्तृत थी। इसमें विशेषज्ञों, स्थापत्यकारों, और कला कारों की एक टीम शामिल थी, जो अपनी संवेदनशीलता और कार्यशीलता के लिए मशहूर हैं। वे संघर्षों, आवश्यकताओं, और उद्देश्यों को समझने के बाद, एक डिज़ाइन बनाने का प्रयास किया है जो एक आधुनिक और प्रभावी संसद भवन का निर्माण करेगा।

स्थापत्यकला की विशेषताएं और सौंदर्य

नए संसद भवन के आर्किटेक्चरल फीचर्स और सौंदर्य का ध्यानवानीय हिस्सा हैं। इसका निर्माण एक विशेष ध्येय पर किया गया है, जहां उच्च कला और वास्तुकला को मिलाकर एक सुंदर, मोटी और आकर्षक इमारत का निर्माण हुआ है। भवन के संरचनात्मक अंशों में एक आधुनिक और प्रभावी तालिका देखी जा सकती है जो इसे आकर्षक और प्रतिष्ठित बनाती है।

सशक्त बिल्डिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रौद्योगिकी का सम्मिलन

नए संसद भवन विभिन्न प्रौद्योगिकी को सम्मिलित करने के लिए अपूर्णताओं को दूर करेगा। इसमें विशेषज्ञता और उन्नतता के साथ बनाए गए प्रौद्योगिकी उपकरणों और सुविधाओं का उपयोग किया जाएगा। इससे संसद के सदस्यों को एक आधुनिक, आरामदायक, और सुरक्षित कार्यस्थल मिलेगा।

सुविधाएं और सुविधाएं: नए संसद भवन में मुख्य सुविधाएं

संसदीय सदन और हॉल

नए संसद भवन में प्रमुख संसदीय सदन और हॉल होंगे। यहां संसदीय विधान चलाई जाएगी, विभिन्न विधान और निर्णय लिए जाएंगे, और सांसदों की चर्चा होगी। इसके साथ-साथ, यहां उपयोगकर्ताओं के लिए आरामदायक बैठक कक्ष भी होंगे।

मीटिंग कक्ष और समिति स्थल

नए संसद भवन में विभिन्न मीटिंग कक्ष और समिति स्थल होंगे। ये स्थान सदस्यों के बीच चर्चा और बैठकों के लिए उपयोगी होंगे। समिति स्थल नई प्रस्तावों और निर्णयों के लिए महत्त्वपूर्ण होंगे।

पुस्तकालय और अनुसंधान सुविधाएं

नए संसद भवन में एक विशाल पुस्तकालय और अनुसंधान सुविधाएं होंगी। यहां संसद सदस्यों और उपयोगकर्ताओं को गहन अध्ययन और संदर्भ की सुविधा मिलेगी। यह उच्च-तकनीकी सुविधाएं और सामग्री के साथ सुसंगत होगा ताकि विश्वस्तरीय शोध और अध्ययन संभव हों।

संबंधित परियोजनाएं और लाभ: नए संसद भवन का महत्व

वातावरणीय प्रभाव

नए संसद भवन का निर्माण वातावरणीय प्रभाव पर भी प्रभाव डालेगा। इसके निर्माण में वृक्षारोपण, उर्वरक संग्रह, और ऊर्जा संगठन के साथ-साथ ऊर्जा संगठन जैसे तत्वों का उपयोग किया जाएगा। इससे पर्यावरण सुरक्षित और स्वास्थ्यपूर्ण भविष्य के लिए मदद मिलेगी।

राष्ट्रीय प्रतीक

नए संसद भवन को एक राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में भी मान्यता मिलेगी। यह देश के संविधानिक प्रणाली की प्रतिष्ठा और महत्त्व को दर्शाएगा। इससे भारत का आदर्श और विश्वस्तरीय स्थान सुनिश्चित होगा।

नये संसद भवन का महत्व: एक संक्षेप

नए संसद भवन का निर्माण एक महत्वपूर्ण पहल है जो भारतीय लोकतंत्र की प्रगति को प्रतिष्ठित करेगी। इससे संसद सदस्यों को एक आधुनिक और उन्नत कार्यस्थल मिलेगा, जहां उन्हें अपने कार्य को सुचारु रूप से संपादित करने की सुविधा होगी। यह भविष्य में सुरक्षित, वातावरण सुरक्षित, और तकनीकी रूप से समृद्ध एवं प्रगतिशील देश के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान करेगा।


नए संसद भवन से जुड़े रोचक तथ्य :

कांग्रेस समेत 19 विपक्षी दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन का औपचारिक तौर पर उद्घाटन करने से पहले हवन और पूजा अर्चना की। चेन्नई से दिल्ली पहुंचे संतों ने पीएम मोदी को सेंगोल सौंपा जिसे उन्होंने लोकसभा के स्पीकर की कुर्सी के पास स्थापित कर दिया। इस मौके पर उनके साथ लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी मौजूद थे।

नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर रविवार को सर्व धर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया। सर्व धर्म प्रार्थना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया। इससे पहले पीएम ने ओम बिरला के साथ हवन और पूजा-अर्चना की और लोकसभा स्पीकर के आसन के पास ऐतिहासिक ‘सेंगोल’ को स्थापित किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन करने के बाद उद्घाटन समारोह की तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की हैं। उन्होंने लिखा, “आज का दिन…देशवासियों के लिए अविस्मरणीय है। संसद का नया भवन हम सभी को गर्व और उम्मीदों से भर देने वाला है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह दिव्य और भव्य इमारत जन-जन का सशक्तिकरण करेगी।”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद ट्वीट किया, “संसद लोगों की आवाज़ है!” उन्होंने लिखा, “प्रधानमंत्री संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं।” गौरतलब है, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दरकिनार कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद भवन का उद्घाटन करने के विरोध में 19 विपक्षी दलों ने इस समारोह का बहिष्कार किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 28 मई (रविवार) को उद्घाटन किए जाने से पहले नए संसद भवन की पहली झलकियों का वीडियो सामने आया है। वीडियो में नए संसद भवन का एरियल व्यू, प्रवेश द्वार और लोकसभा व राज्यसभा के अंदर का फुटेज है। गौरतलब है, लोकसभा को मोर की थीम जबकि राज्यसभा को कमल की थीम पर बनाया गया है।

बिहार में सत्तारूढ़ आरजेडी ने ट्विटर पर 2 तस्वीरें शेयर कर नए संसद भवन की तुलना ताबूत से की है। प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने लिखा, “जाकी रही भावना जैसी, नव्य और भव्य संसद भवन देखी तिन तैसी!” आरजेडी नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा, “लोकतंत्र का ताबूतिकरण हो रहा है इसलिए ट्वीट में ताबूत लगाया गया।”

शाहरुख खान ने शनिवार को नए संसद भवन का वीडियो ट्वीट कर उसकी प्रशंसा की। वीडियो के वॉयस-ओवर में उन्होंने कहा, “हमारी उम्मीदों का नया घर, हमारे संविधान को संभालने वालों के लिए…ऐसा घर जहां 140 करोड़ हिंदुस्तानी एक परिवार हैं।” उन्होंने कहा, “यह घर इतना बड़ा हो कि इसमें…हर प्रांत, प्रदेश, गांव-शहर, कोने-कोने के लिए जगह बन सके।”

आरजेडी द्वारा देश के नए संसद भवन की तुलना ताबूत से किए जाने पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “जनता ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देगी और उन्हें संसद भवन का नहीं बल्कि घर का रास्ता दिखाएगी।” गौरतलब है, आरजेडी समेत करीब 19 विपक्षी दल संसद भवन के उद्धाटन समारोह में शामिल नहीं हुए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में ₹75 का विशेष सिक्का जारी किया। 44 मिलीमीटर के व्यास वाले इस गोलाकार सिक्के का वज़न 35 ग्राम है और इसमें 50 फीसदी चांदी, 40 फीसदी कॉपर व 5-5 फीसदी निकल व ज़िंक धातु का मिश्रण है। पीएम ने एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया है।

देश के नए संसद भवन में भदोही (यूपी) के कारीगरों द्वारा हाथ से बुनी गई कालीन का इस्तेमाल हुआ है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर कहा, “विश्वस्तरीय गुणवत्ता से युक्त कालीन भारतीय लोकतंत्र के मंदिर व ‘नए भारत के नए संसद भवन’ की शोभा बढ़ा रही है…यह प्रदेश के वासियों के लिए अत्यंत गर्व का विषय है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन में अपने पहले संबोधन में कहा है, “हर देश की विकास यात्रा में कुछ पल ऐसे आते हैं जो हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं, 28 मई ऐसा ही दिन है।” उन्होंने कहा, “यह नया भवन…हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने का माध्यम बनेगा…आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा।”

नए संसद भवन में ‘सेंगोल’ स्थापित करने को लेकर विवाद के बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है, “वर्तमान के मूल्यों की पुष्टि के लिए बीते कल के इस प्रतीक को हमें सम्मान देना चाहिए।” उन्होंने कहा, “लोकसभा में ‘सेंगोल’ स्थापित करते हुए, भारत निश्चित कर रहा है कि संप्रभुता लोकसभा में है, न कि किसी राजा के पास।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन के उद्घाटन पर कहा है, “21वीं सदी का नया भारत, बुलंद हौसले से भरा हुआ भारत, गुलामी की सोच को पीछे छोड़ रहा है।” उन्होंने कहा, “संसद की यह नई इमारत इस प्रयास का एक जीवंत प्रतीक बनी है।” बकौल पीएम, नए संसद भवन को देखकर हर भारतीय गौरव से भरा हुआ है।

दिल्ली में नए संसद भवन में आयोजित लेज़र ऐंड लाइट शो का वीडियो सामने आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के साथ पूजा-अर्चना करने के बाद नए संसद भवन का उद्घाटन किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर ₹75 का सिक्का भी जारी किया है।

केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने नए संसद भवन में भित्ति चित्र की तस्वीर ट्वीट कर लिखा है, “अखंड भारत का संकल्प स्पष्ट है।” यह भित्ति चित्र अतीत के महत्वपूर्ण साम्राज्यों और शहरों को चिह्नित करता है। कर्नाटक बीजेपी ने भी इस भित्ति चित्र समेत अन्य कलाकृतियों की तस्वीरें शेयर कर लिखा, “यह हमारी गौरवपूर्ण महान सभ्यता की…जीवंतता का प्रतीक है।”

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने नए संसद भवन की एक तस्वीर ट्विटर पर शेयर की है जिसमें एक फोटोग्राफर द्वारा गृह मंत्री अमित शाह की तस्वीर लिए जाने के दौरान वह उनके पीछे मुस्कुरा रही हैं। उन्होंने लिखा, “जब हर कोई ‘मेन फ्रेम’ का हिस्सा बनना चाहता हो।” इस तस्वीर में केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी भी दिख रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन की विशेषताओं का ‘एक्सक्लूसिव’ वीडियो यूट्यूब पर शेयर किया जो वायरल हो गया है। वीडियो के अनुसार, नए व विराट लोकसभा कक्ष का डिज़ाइन राष्ट्रीय पक्षी मोर जबकि नए राज्यसभा कक्ष का डिज़ाइन राष्ट्रीय पुष्प कमल से प्रेरित है। वीडियो में अत्याधुनिक डिजिटल उपकरणों की जानकारी भी दी गई है।

नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए देश के पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा ने कहा है, “मेरा यह सौभाग्य है कि मैं भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में एक बड़े क्षण का गवाह बना।” उन्होंने कहा, “मैंने जीवन में कभी नहीं सोचा था कि नए संसद भवन में बैठूंगा लेकिन 91 साल की उम्र में मैंने ऐसा किया।”

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नए संसद भवन के उद्घाटन का जेडीयू समेत कई विपक्षी पार्टियों द्वारा बहिष्कार करने को लेकर प्रतिक्रिया दी है। नीतीश ने कहा, “सरकार को नई बिल्डिंग (नया संसद भवन) बनाने की क्या ज़रूरत थी? शासन में बैठे लोग देश का पूरा इतिहास बदल देंगे।” उन्होंने कहा, “पुरानी बिल्डिंग को ही डेवलप करना चाहिए था।”

FAQ

प्रश्न 1: नये संसद भवन का निर्माण कब शुरू हुआ और कब सम्पन्न हुआ?

उत्तर: नये संसद भवन का निर्माण 2021 में शुरू हुआ और 2023 में सम्पन्न हुआ।

प्रश्न 2: नए संसद भवन की मुख्यता क्या है?

उत्तर: नए संसद भवन की मुख्यता संसद सदस्यों को एक आधुनिक, आरामदायक, और सुरक्षित कार्यस्थल प्रदान करना है।

प्रश्न 3: नए संसद भवन में कौन-कौन सी सुविधाएं हैं?

उत्तर: नए संसद भवन में संसदीय सदन, हॉल, मीटिंग कक्ष, समिति स्थल, पुस्तकालय, और अनुसंधान सुविधाएं हैं।

प्रश्न 4: नए संसद भवन के निर्माण में कौन-कौन से प्रौद्योगिकी तत्व शामिल हैं?

उत्तर: नए संसद भवन के निर्माण में वृक्षारोपण, उर्वरक संग्रह, और ऊर्जा संगठन जैसे प्रौद्योगिकी तत्व शामिल हैं।

प्रश्न 5: नए संसद भवन का महत्व क्या है?

उत्तर: नए संसद भवन का महत्व भारतीय लोकतंत्र की प्रगति को प्रतिष्ठित करने में है और यह देश को एक आधुनिक और उन्नत कार्यस्थल प्रदान करेगा।

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