The Kerala Story : “द केरल स्टोरी” फिल्म रिलीज़ होने के पहले से ही विवादों में आ चुकी है। जब से इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ हुआ है यह फिल्म विवादों में आने लगी। फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ में केरल की 32000 महिलाओं के जबरन धर्मांतरण कराने की कहानी दिखाई गई है. फिल्म में प्रदर्शित की गई इस कहानी को फर्जी बताते हुए लोग इसका विरोध कर रहे हैं.
The Kerala Story (hindi) :
साल 2023 की पहली सबसे चर्चित फिल्म द केरल स्टोरी जो की रिलीज से पहले की चर्चा में आ चुकी थी। इसे लेकर रिलीज के बाद भी घमासान जारी है। एक तरफ मुस्लिम समुदाय के लोग इसका विरोध करने में लगे हुए हैं। तो दूसरी ओर राजनीति में भी इसको लेकर काफी चर्चा बनी हुई है। रिलीज होने के पहले इस फिल्म का बॉयकॉट करने और इस फिल्म को रिलीज होने से रोकने के लिए काफी मांग हो रही थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस फिल्म में किसी भी प्रकार की दखल देने से मना कर दिया गया है।
इस फिल्म को लेकर इतना घमासान इसलिए अभी बचा हुआ है क्योंकि इस फिल्म में एक निश्चित समुदाय द्वारा केरल की 32000 महिलाओं को जबरन धर्मांतरण के लिए मजबूर करने के विषय को लेकर फिल्माया और दर्शाया गया है। फिल्म में केरल की इन महिलाओं को जबरदस्ती धर्मांतरण करके आतंकवादी संगठन आईएसआईएस मैं शामिल करने की कहानी को दिखाया गया है। जिसके बाद एक निश्चित समुदाय लोग काफी भड़के हुए हैं। और इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह कहानी घटना पर आधारित है। जिसे फिल्म के रूप में दर्शाया गया है।
इस कहानी से जुड़ी कुछ ऐसी बातें हैं जिनको लेकर विरोध किया जा रहा है आइए जानते हैं पूरे मामले को।
‘द केरल स्टोरी’ को लेकर 10 बड़ी बातें
1. फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को सुदीप्तो सेन ने निर्देशित किया है जिसमें अदा शर्मा, योगिता बिहानी, सोनिया बलानी और सिद्धि इडनानी जासे कलाकार अहम किरदार अदा करते नजर आएंगे.
2. फिल्म 5 मई को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी. इससे पहले इसका ट्रेलर रिलीज किया गया जिसके बाद से फिल्म का विरोध शुरू हो गया.
3. फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के भारत के दक्षिणी राज्य केरल की 32 हजार महिलाओं की कहानी है. फिल्म में दावा किया गया है कि इन महिलाओं को जबरन इस्लाम धर्म में शामिल किया गया और उन्हें सीरिया भेजा गया.
4. फिल्म अपने ट्रेलर के रिलीज के बाद से ही विवादों में आ गया और लोगों ने इसकी रिलीज रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करनी शुरू कर दी. याचिका में ‘सबसे खराब तरह के अभद्र भाषा’ और ‘ऑडियो-विजुअल प्रचार’ के आधार पर इसकी रिलीज पर रोक लगाने की मांग की गई.
5. 2 मई को सुप्रीम कोर्ट ने ‘द केरल स्टोरी’ के खिलाफ दायर की याचिकाओं पर सुनवाई से साफ इंकार कर दिया. इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस फिल्म को सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिली है इसलिए सुप्रीम कोर्ट इस मामले मों हस्तक्षेप नहीं करेगा.
6. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर फिल्म को चुनौती देनी है तो आपको सभी सबूतों के साथ सही तरीके से चुनौती देनी होगी.
7. फिल्म को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी आपत्ति जाहिर की. उन्होंने फिल्म की कहानी को संघ परिवार की झूठ की फैक्ट्री का उत्पाद बताया. वहीं कांग्रेस ने भी इसे ‘झूठ का पुलिंदा’ बताया.
8. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने फिल्म के निर्माताओं पर राज्य की वास्तविकता के “घोर अतिशयोक्ति” में लिप्त होने का आरोप लगाया.
9. मुस्लिम लीग के साथ-साथ शशि थरूर ने भी उस व्यक्ति को 1 करोड़ रुपए इनाम देने की घोषणा की जो फिल्म की इस कहानी का सबूत दे दे कि केरल में 32,000 महिलाओं का जबरन धर्मांतरण कराया गया.
10. फिल्म के निर्देशक सुदिप्तो सेन और निर्माता विपुल अमृतलाल शाह ने फिल्म की कहानी के सच्ची घटनाओं पर आधारित होने का दावा किया है. विरोध किए जाने के बावजूद वे अपनी बात पर कायम हैं.
क्या केरल में धर्मांतरण का रैकेट चल रहा है? ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म का ट्रेलर सामने आने के बाद यह सवाल पूरे देश में पूछा जा रहा है। इस फिल्म में केरल की 32 हजार महिलाओं का धर्मांतरण कराने और आतंकी संगठन ISIS में शामिल कराने की कहानी दिखाई गई है। फिल्म रिलीज होने से पहले ही विरोध शुरू हो गया। दावा किया गया है कि जबरन मुसलमान बनाकर महिलाओं को सीरिया भेजा गया। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। इस पर सियासत भी खूब हो रही है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर और केरल के मुस्लिम युवा लीग ने कहा है कि 32 हजार लड़कियों का धर्म बदलवाकर सीरिया भेजा गया, यह साबित कर दीजिए तो एक करोड़ रुपये इनाम दिया जाएगा। ऐसे में लोगों के मन में काफी भ्रम पैदा हो गया है। यह जानना जरूरी हो जाता है कि केरल की असली स्टोरी क्या है?
फिल्म की कहानी से इतर ABP न्यूज की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि केरल में ‘कन्वर्जन फैक्ट्री’ चल रही है। कई जिलों में लड़कियां सामने आई हैं और उन्होंने बताया कि कैसे यह खेल चल रहा है। धर्म को टारगेट कर लड़कियों को कन्फ्यूज किया जाता है। कुछ लड़कियों की शादी हो चुकी है, कुछ के परिवार ने छोड़ दिया है, पति छोड़कर चला गया है। केरल के कई जिलों में धर्मांतरण की डरावनी कहानी सुनने को मिलती है। केरल स्टोरी के डायरेक्टर सुदीप्तो सेन का दावा है कि फिल्म में दिखाया जाने वाला हर शॉट सही है और उसका प्रूफ भी उनके पास है। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि केरल में धर्मांतरण के पीछे क्या लव जिहाद का ऐंगल है?
केरल की अनखा कैमरे के सामने बोलने के लिए तैयार हुईं। धर्मांतरण के बाद उन्हें आइमा अमीरा नाम दिया गया था। उन्होंने बताया, ‘उन लोगों को जैसे ही पता चलता था कि उनके धर्म में किसी की रुचि है वे अपने आप ज्ञान देना शुरू कर देते थे।’ अनखा ने बताया कि उन्होंने मुझे अल्लाह के बारे में बताया कि वही एकमात्र भगवान है। पैगंबर मोहम्मद और कुरान के बारे में जानकारी दी गई। धीरे-धीरे उनकी बातों का मुझ पर असर होने लगा क्योंकि वे सब एक ही जैसी बातें करते थे। यह 2018 की बात है। अनखा ने एबीपी को बताया, ‘धीरे-धीरे मुझे लगने लगा कि इस धर्म में कुछ खास है।’ ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या केरल में टूलकिट के तहत लड़कियों का धर्मांतरण कराया गया?
श्रुति को नया नाम रहमत मिल गया था। उन्होंने फिल्म का ट्रेलर देखने के बाद कहा कि जो कुछ फिल्म में लड़कियां बोल रही हैं, वो सही है। कासरगोड की रहने वाली श्रुति ने कैमरे के सामने बताया कि 10 साल पहले उन्होंने धर्म बदल लिया था। उन्होंने अपनी कहानी बताते हुए कहा, ‘मैं एक ब्राह्मण परिवार में पैदा हुई। ग्रैजुएशन में ज्यादातर क्लासमेट मुस्लिम लड़कियां थीं। उन लोगों से मैं इस्लाम को लेकर प्रभावित हो गई। इस्लाम मत के बारे में वो ज्यादा से ज्यादा बता रहे थे… पहले वे लोग मेरे हिंदू धर्म के बारे में बहुत सवाल पूछते थे। उन सवालों का जवाब मुझे मालूम नहीं होता था। मैं टीवी पर ओम नम: शिवाय और जय हनुमान जैसे सीरियल से काफी कुछ जानती थी। लेकिन इतने सवाल थे कि मैं सबके जवाब नहीं दे सकती थी। इस चीज का मेरे क्लास के लोगों ने फायदा उठाया।’ श्रुति ने बताया कि बाद में मुस्लिम क्लासमेट्स अपने धर्म के बारे में व्याख्या देने लगे। फिल्म में भी शालिनी नाम की लड़की की कहानी दिखाई गई है जो अपने दोस्तों से प्रभावित होती है और दूसरे धर्म में कन्वर्ट हो जाती है।
श्रुति ने बताया कि मुस्लिम दोस्त बोलते थे, ‘परदा प्रथा लड़कियों की सुरक्षा के लिए है। अगर कोई भी उनकी बात को सुनता तो उसे लगता कि ये सही बात है। इस्लाम ही सही विचारधारा और ईश्वर की सही अवधारणा है। जीने का सही तरीका है… कुछ इसी तरह से वे एक्सप्लेन करते थे। धीरे-धीरे सुनना अच्छा लगने लगा। वे अपने धर्म के बारे में सिखाते थे।’
धर्मांतरण का दर्द झेल चुकीं श्रुति ने बताया कि मेरे मुस्लिम दोस्त बोलते थे कि हिंदू त्योहार ऐसे होते हैं जैसे लड़के और लड़की के मिलने के लिए हो रहा है। मंदिर में त्योहार मनाया जाता है। लेकिन वे इस बात का गलत तरीके से प्रचार करते कि वहां पुरुष महिलाओं का फायदा उठाते हैं। बॉडी टच को त्योहार से जोड़ा जाता था। वे बैड ऐंगल से व्याख्या कर रहे थे तो मन में सवाल उठने लगा कि ऐसा है क्या?
उन्होंने मुझे पर्चे और किताब पढ़ने के लिए दिए। मुस्लिम उपदेशक जाकिर नाइक की स्पीच सुनने के लिए सीडी दी गई। बहुत ज्यादा जानकारी वहां से मिल रही थी तो मैं भी बहुत कन्फ्यूज थी। मैं इंटरनेट पर सर्च करने लगी। इतनी बहक गई कि एक दिन… नमाज के लिए जा रही थी और मां बड़े प्यार से खाने को लेकर आई। मैं नमाज के चलते छू नहीं सकती थी, मां ने खाने के लिए जोर दिया तो मैंने काफिर मानते हुए अपनी मां पर ही हाथ उठा दिया।
मुफ्त में दिखाई जाएगी फ़िल्म
कानपुर में बजरंग दल द्वारा कॉलेज की लड़कियों को सिनेमा हॉल में ‘द केरल स्टोरी’ फ़िल्म मुफ्त में दिखाई जाएगी। बजरंग दल ने ऐसा करने के लिये कानपुर के सिनेमा हॉल बुक करवाना शुरू किया है। इसके अलावा कानपुर के कॉलेजों के बाहर पोस्टर भी लगवांये है जिससे ज्यादा से ज्यादा हिन्दू लड़कियां इस फ़िल्म को देखने के लिए आगे आये।
ये फिल्म लव जिहाद को बढ़ावा दे रही है और सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा देने की पुरजोर कोशिश है। साथ ही केरला को बदनाम कर बीजेपी सरकार के एजेंडे पर काम कर रही है। कहानी सिर्फ तीन लड़कियों की है तो पूरे केरला को बदनाम करने को कोशिश क्यों और सिर्फ की ahi क्यों और स्टेट को क्यों nho ncrb ke आंकड़े के अनुसार 5- 6 स्टेट में इस तरह की कहानी है और इस्लाम हो क्यों हिंदू में भी इससे भी दर्दनाक कहानी है जुल्म और धर्म के नाम पर और जय श्री राम के नाम पर mob लिंचिंग की कई घटनाएं आई हैं उस पर कब फिल्म बनेगी ईसाई के धर्मांतरण pa kab film बनेगी और आंकड़े को और पुष्ट करने की जरूरत है। कांग्रेस नेता शशि थरूर और केरल मुस्लिम लीग कमेटी के सवालों का जवाब दिया जाय।