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बागेश्वर धाम सरकार मंदिर
बागेश्वर धाम स्वयंभू श्री हनुमान जी बाला जी का मंदिर है। आज इस मंदिर की दिव्यता पुरे विश्वभर में फ़ैल रही है। बागेश्वर धाम की दिव्य भूमि तपस्वियों की भूमि है। यह मंदिर मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। बालाजी के दर्शन मात्र से ही लोगों को बाला जी की कृपा प्राप्त हो जाती है। इस मंदिर में सभी लोग अर्ज़ी के माध्यम से अपना हर कष्ट बाला जी के सामने रखते हैं।
इस मंदिर के पीठाधीश्वर पूज्य महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के माध्यम से और बाला जी की कृपा से लोगों के कष्टों का निवारण होता है। यहाँ हर मंगलवार और शनिवार को बाला जी का दरबार लगता है। जिसके माध्यम से लोगों की अर्ज़ी स्वीकार होती है। लाखों लोगों की भीड़ इन दिनों बागेश्वर धाम में होती है। आइये जानते हैं यहाँ के पीठधीश्वर पूज्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के बारे में।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पूज्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी
धीरेन्द्र कृष्ण जी 4 जुलाई 1996 को मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा में ब्रह्मण परिवार में जन्मे थे। धीरेन्द्र जी के पिता श्री रामकृपाल जी महाराज और माता सरोज जी एक सरयुपारीय ब्राम्हण परिवार से हैं। तीन भाई बहन के परिवार में महाराज जी सबसे बड़े हैं। बचपन काफी गरीबी में गुज़रा। गुरु जी का परिवार कर्मकांडी ब्राम्हण होने के कारण पूजा पाठ में विश्वास रखता था। भिक्षा में जो मिल जाता था उसे पांच लोगों का परिवार मिल के खा लेता था। इसी प्रकार उनका परिवार चलता था।
इन्हीं परिस्थितियों के चलते गुरु महाराज जी को अपनी शिक्षा बीच में ही त्यागनी पड़ी। अपने परिवार में सबसे बड़े होने के कारण महाराज जी का बचपन परिवार के भरण पोषण की व्यवस्थाओं में ही बीत गया। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। बचप से ही धीरेन्द्र जी भगवान् के प्रति समर्पित रहे। समय बीता एक दिन बालाजी की कृपा से उनको अपने दादा गुरु जी का सानिध्य प्राप्त हुआ। पूज्य दादा गुरु जी के आदेश और बाला जी की कृपा से वे बालाजी की सेवा में लग गए।
बागेश्वर बाला जी की सेवा करने के साथ ही धीरेन्द्र जी ने सन्यासी बाबा जी और धाम की महिमा का प्रचार पुरे विश्व में फैलाया। वे सन्यासी बाबा जी के सानिध्य में उनसे अध्यात्मिक वेदपाठ की दीक्षा ली और बाला जी की सेवा की। जिसका परिणाम है की आज हर मंगलवार और शनिवार को धाम पर लाखों लोगों की भीड़ इकठ्ठा होती है। यहाँ धीरेन्द्र जी जन कल्याण और समाज कल्याण के लिए बाला जी के आदेशानुसार करते हैं। धीरेन्द्र जी कहते हैं कि वे जो कुछ भी करते हैं बाला जी की कृपा से ही कर पाते हैं।
इन्ही सब के चलते आज समाज के कुछ बुद्धिजीवी लोग धीरेन्द्र जी पर कई प्रकार के सवाल भी उठाते हैं। वे इनको ढोंगी, अन्धविश्वासी और यहाँ तक की लोगों की मजबूरियों का फायदा उठाने वाल भी कहते है। लेकिन धीरेन्द्र जी ने सबके सवालों का उत्तर देते हुए यह साबित किया है की वे कोई चमत्कारी नहीं है। बल्कि वे जो कुछ भी समाज कल्याण के लिए कर पा रहे हैं वह सब सन्यासी बाबा की और बागेश्वर बाला जी की कृपा से कर पा रहे है।
बागेश्वर धाम कैसे पहुंचे?
बागेश्वर धाम सरकार मंदिर भारत के मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। बागेश्वर धाम में भगवान बालाजी का सुप्रसिद्ध मंदिर है। यहाँ पहुंचने के लिए छतरपुर जिले की खजुराहो पन्ना रोड पर स्थित गंज नाम के छोटे से कस्बे से सड़क मार्ग के जरिए लगभग 35 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। आप यहाँ ज़ाने के लिए सड़क मार्ग या हवाई मार्ग से भी जा सकते हैं। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बागेश्वर धाम की दूरी करीब 365 किलोमीटर है।
बागेश्वर धाम के लिए सबसे करीबी रेलवे स्टेशन छतरपुर और खजुराहो है। छतरपुर रेलवे स्टेशन से धाम की दूरी करीब 25 किमी. है जिसके लिए आपको बस या टैक्सी मिल जाती है। इसके अलावा आप अपने साधन से भी धाम पर दर्शन के लिए के लिए जा सकते हैं। धाम से 2 किमी. पहले ही यातायात को रोक दिया जाता है जिससे की धाम में भीड़ इकठ्ठा न हो। यदि आप सुबह 8 बजे तक मंदिर पहुचते हैं तो आपकी गाड़ी मंदिर के पीछे तक पार्क हो सकती है। अन्यथा आप 2 किमी. पहले ही अपना वाहन पार्किंग में लगा के पैदल ही मंदिर जा सकते हैं।
कानपुर से बागेश्वर धाम कैसे पहुंचे?
कानपुर से बागेश्वर धाम की दूरी करीब 226 किमी. है। यहां जाने के लिए आप सड़क मार्ग या रेल मार्ग दोनों से जा सकते हैं। कानपुर सेंट्रल स्टेशन से रोजाना शाम 4:20 बजे खजुराहो एक्सप्रेस ट्रेन (04144) चलती है। जो घाटमपुर, बाँदा, महोबा होते हुए रात्रि 11:00 बजे खजुराहो स्टेशन तक जाती है। जिसका किराया करीब 100 रुपये है। इसके बाद यहां से करीब 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर बागेश्वर धाम है। स्थानीय यातायात के साधनों द्वारा आप धाम तक पहुच सकते हैं। जिसका किराया करीब 50 रुपये है।
यदि आप सड़क मार्ग से जाना चाहते है। तो आप बस से या तो कार टैक्सी करके भी जा सकते है। कानपुर बस स्टैंड (झकरकटी बस स्टैंड कानपुर) से बस रोज़ाना बस जाती है। जो घाटमपुर, महोबा होते हुए खजुराहो जाती है। वहां से आप धाम तक करीब 20 किमी. की दूरी वहां के स्थानीय साधनों से तय कर सकते हैं। इसके अलावा आप कर से भी जा सकते हैं। जिसमें आपको करीब 5 से 6 घंटे लग सकते है।
बागेश्वर धाम का पता
बागेश्वर धाम
ग्राम – गढ़ा, पोस्ट – गंज, जिला – छतरपुर
मध्य प्रदेश, पिन – 471105
बागेश्वर धाम सरकार मंदिर में संपर्क कैसे करें
बागेश्वर धाम कॉन्टेक्ट नंबर – 8982862921 / 8120592371
बागेश्वर धाम जाने का खर्च
दिल्ली से छतरपुर के लिए ट्रेन का स्लीपर क्लास का किराया लगभग 320 रुपये और थर्ड एसी का किराया 800 रुपये तक होता है। वहीं इंदौर या भोपाल से भी छतरपुर के लिए कई ट्रेन मिल जाएंगी। ट्रेन से छतरपुर का किराया 1000 रुपये से कम होगा। इसके अलावा आप सार्वजनिक बस या टैक्सी के माध्यम से भी बागेश्वर धाम तक पहुंच सकते हैं। इसका खर्च भी 500 रुपये प्रति व्यक्ति से कम होगा। करीब 5000 रुपये के बजट में प्रति व्यक्ति बागेश्वर धाम सरकार के दर्शन कर सकता हैं। धाम से पास में ही सुप्रसिद्ध खजुराहो मंदिर स्थित है, आप वहां भी घूमने जा सकते हैं।
बागेश्वर धाम में अर्ज़ी कैसे लगाएं
धाम में अर्जी लगाने की प्रक्रिया बहुत ही आसान है। यहाँ दो प्रकार से अर्जी लगायी जा सकती है। पहला तो धाम पर जब आये तो आपको लाल, पीले या काले कपडे में एक नारियल को बांधकर ले कर आना होगा। जिसे मंदिर परिसर में रखना होगा। अब बात यह है की किस रंग के कपडे में नारियल को बाँधा जाये तो इसके बारे में भी हम आपको बता देते हैं।
अगर आप किसी सामान्य अर्जी के साथ ए तो नारियल को लाल कपडे में बांधें, यदि आपकी अर्जी शादी-विवाह से सम्बंधित है तो आप नारियल को पीले कपडे में बांधें और यदि आपकी अर्जी प्रेत-बाधा से जुडी हुई है तो आप नारियल को काले कपड़े में बांधकर धाम पर लेकर आये हैं और रख दें।
अर्जी लगाने का दूसरा तरीका जिसके विषय में पूज्य महाराज जी ने बाते है की अगर कोई धाम पर नहीं आ सकता है तो वह अपने घर के पूजा स्थल पर नारियल को कपडे में बांधकर अर्जी लगा सकता है। बागेश्वर बालाजी महाराज आपकी अर्जी ज़रूर स्वीकार करेंगे। इसके अलावा धाम के दरबार पर अर्जी लगाना तथा गुरुदेव जी से मिलना अथवा उनसे परामर्श व मार्गदर्शन लेना पूर्णरूप से निःशुल्क होता है। इसके लिए आपको किसी को किसी प्रकार की राशी देने की कोई आवश्यकता नहीं है।
बागेश्वर धाम की पेशी कैसे होती है
बागेश्वर बालाजी महाराज की कृपा से जिन भक्तों की अर्जी स्वीकार होती है। उन भक्तों को धाम के दरबार में पेशी के लिए जाना होता है। पेशी के लिए भक्तों को हर मंगलवार को धाम पर जाकर महाआरती में शामिल होकर पेशी (उपस्थिति) लगाना ज़रूरी होता है। हर अर्जी लगाने वाले भक्त को कम से कम पांच मंगलवार पेशी लगाने के लिए कहा जाता है। हर मंगलवार को धाम के दरबार में प्रेत दरबार भी लगाया जाता है। जब पूज्य महाराज जी द्वारा प्रेत बाधा को दूर करने का उपाय किया जाता है।
बागेश्वर धाम में टोकन कैसे प्राप्त करें
टोकन वितरण के विषय में आपको धाम की कमेटी से पता चलेगा। समय समय पर धाम पर टोकन का वितरण किया जाता है। जिसके लिए आप धाम के कॉन्टेक्ट नंबर – 8982862921 / 8120592371 पर फ़ोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। टोकन वितरण के लिए एक तिथि निर्धारित की जाती है और तिथि से पहले बागेश्वर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को सूचित किया जाता है कि इस तारीख को टोकन डाले जाएंगे।
इसके लिए परिसर में एक पेटी रखी होती है, जिसमें आपको अपना नाम, पिता का नाम ,अपने गांव, जिला, राज्य का नाम पिन कोट के साथ लिखना होता है और साथ ही अपना मोबाइल नंबर लिखकर डालना होता है। टोकन डालने के बाद जिस व्यक्ति का नंबर लगता है उस व्यक्ति से बागेश्वर धाम कमेटी मोबाइल नंबर के माध्यम से संपर्क करती है और उसे टोकन दे दिया जाता है। इस टोकन में आपको एक तारीख मिलती है औऱ उस दिन ही बागेश्वर बालाजी महाराज के दरबार में आपको हाज़री लगानी होती है।
टोकन कब डाले जाते हैं ?
टोकन कब डलेंगे, उस दिन का निर्धारण खुद पूज्य गुरुदेव करते हैं। जब तिथि तय हो जाता है तो सोशल मीडिया द्वारा या फिर गुरुदेव के दिव्य दरबार के आखिर में इसकी सूचना दे दी जाती है। टोकन लेने के लिए जिस पर्ची को भक्त जमा करता है, उनमें से कुछ पर्चियों को छांट कर फोन के माध्यम से भक्तों से संपर्क किया जाता है। इसका मतलब ये होता है कि बालाजी महाराज की इच्छा और आशीर्वाद से आपका नंबर आ जाता है।
दरबार में जब आप की अर्जी लग जाती है तो दिव्य दरबार में पूज्य गुरुदेव खुद बता देते हैं कि कितनी पेशी आपको करनी है। वैसे तो कम से कम 5 मंगलवार की पेशी हर भक्त को करने का आदेश आता है। आप भक्तगण इससे अधिक पेशी भी कर सकते हैं और हां जब तक आपकी पेशी पूरी नहीं हो जाती, तब तक मदिरा, मांस, लहसुन और प्याज का सेवन पूरी तरह से वर्जित रखना होता है।
बागेश्वर धाम सरकार की आगामी कथाएं
दिनाँक | कथा | स्थान | लाइव प्रसारण |
24 से 01 जनवरी 2023 | श्रीराम कथा | दमोह, मध्य प्रदेश | संस्कार एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल |
5 से 13 जनवरी 2023 | श्रीमद्भागवत कथा | नागपुर, महाराष्ट्र | संस्कार एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल |
17 से 25 जनवरी 2023 | श्रीराम कथा | रायपुर, छत्तीसगढ़ | संस्कार एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल |
13 फरवरी से 18 फरवरी | श्रीराम कथा | आश्रम, मध्य प्रदेश | संस्कार एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल |
25 फरवरी से 5 मार्च 2023 | श्रीराम कथा | टीकमगढ़, मध्य प्रदेश | संस्कार एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल |
4 से 12 अप्रैल 2023 | श्रीराम कथा | विदिशा, मध्य प्रदेश | संस्कार एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल |
20 से 26 अप्रैल 2023 | श्रीमद्भागवत कथा | सागर, मध्य प्रदेश | संस्कार एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल |
4 से 10 मई 2023 | श्रीमद्भागवत कथा | मध्य प्रदेश | संस्कार एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल |
25 से 31 मई 2023 | श्रीमद्भागवत कथा | खेराना, सागर, मध्य प्रदेश | संस्कार एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल |
8 से 17 जुलाई 2023 | श्रीराम कथा | पेरिस, फ्रांस | संस्कार एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल |
बागेश्वर धाम सरकार कौन हैं ?
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पूज्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी हैं।
बागेश्वर धाम कहाँ है ?
बागेश्वर धाम ग्राम गढ़ा, जिला छतरपुर मध्य प्रदेश में स्थित है।
बागेश्वर धाम का कॉन्टेक्ट नंबर क्या है?
8982862921 / 8120592371
बागेश्वर धाम की वेबसाइट क्या है ?
bageshwardham.co.in
बागेश्वर धाम में किसका मंदिर है ?
श्री बाला जी हनुमान जी महाराज का मंदिर का है।
बागेश्वर धाम का व्हाट्सएप्प नंबर क्या है?
8982862921 / 8120592371