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Google Bard Ai का संक्षिप्त परिचय
चैटबॉट का नाम | गूगल एआई बार्ड (Google Bard Ai) |
लॉन्च | वर्ष 2023 |
प्रारंभिक लॉन्चिंग की तारीख | 21 मार्च 2023 |
आधिकारिक लॉन्चिंग की तारीख | 10 मई 2023 को, वार्षिक इवेंट Google I/O 2023 के दौरान |
स्वामित्व कंपनी | गूगल, अल्फाबेट (Google Alphabet) |
विकसित करने वाली कंपनी | गूगल (अल्फाबेट) |
किसने एलान किया | गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के द्वारा |
किन देशों में उपलब्ध है | Google Bard अब भारत और 180 से अधिक देशों में उपलब्ध है |
भाषा सपोर्ट | अंग्रेजी, जापानी, और कोरियाई भाषा, हिंदी में भी उपलब्ध होगा। |
मुख्य प्रतिद्वन्द्वी | चैट जीपीटी (Chat GPT) |
संचालन का आधार | लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग एप्लीकेशन (या संक्षेप में LaMDA) |
Google Bard Ai लिंक | https://bard.google.com/ |
आधिकारिक वेबसाइट | https://bard.google.com |
Google Bard AI क्या है?
Google Bard Ai गूगल और अल्फाबेट कंपनी द्वारा बनाया गया एक ऑनलाइन चैटबॉट है। जिसे आर्टिफीसियल इंटेलेजेन्स तकनीक द्वारा निर्मित किया गया है। इसकी घोषणा साल 2023 में गूगल एवं अल्फाबेट कंपनी के सीईओ सूंदर पिचाई ने कर दी थी। शुरुआत में कंपनी ने इस एक्सपेरिमेंटल कन्वर्सेशनल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सर्विस को कुछ यूज़र्स के लिए ही जारी किया था। जिससे इस सर्विस के बारे में उचित फीडबैक या इसकी खामियों के बारे में पता चल सके।
यूज़र्स के फीडबैक मिलने के बाद इसमें कई सारी खामियों को दूर करके गूगल कंपनी ने इसे अपने वार्षिक टेक इवेंट Google I/O 2023 में 10 मई 2023 को GOOGLE bard Ai को आधिकारिक तौर पर सभी यूज़र्स के लिए लांच कर दिया। Google Bard Ai को भारत समेत सभी 180 देशों में लांच कर दिया गया है।
OpenAI ChatGPT (चैटजीपीटी) के आने के बाद से ही लोग यह अनुमान लगाने लगे थे कि यह दुनिया की सबसे बड़ी इंटरनेट कंपनी GOOGLE को ख़त्म कर देगा। बस इसी डर ने गूगल को कुछ ऐसा करने पर मज़बूर कर दिया जो उसकी कंपनी को फिर एक नए मुकाम पर लाकर खड़ा कर सके। और यही पर गूगल से एक गलती हुई। उसने अचानक ही आनन फानन में Google Bard Ai को लांच करने की घोषणा कर दी। लेकिन यह टेक्नोलॉजी अभी पूरी तरह से डेवेलप नहीं हो पायी थी। जिसके बाद गूगल को अपने ही मुँह की खानी पड़ी, और users की आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा।
लेकिन गूगल ने इसे कुछ ही यूजर के लिए ट्रायल के लिए लांच किया था। जिससे की उन्हें Google Bard Ai के बारे में उसकी खामियां और फीडबैक के बारे में पता चल सके। आखिर में गूगल ने इन सारी कमियों पर काम करके गूगल बार्ड को एक बार फिर से लॉंन्च किया। इस बार गूगल की यह टेक्नोलॉजी लोगों को काफी पसंद आयी। चलिए समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर AI बार्ड चैटबॉट क्या है, यह कैसे काम करेगा और ChatGPT से कैसे अलग है।
Bard का अर्थ क्या होता है ?
बार्ड का अर्थ होता है पेशेवर कहानीकार या कवि। अतः एक ऐसा कवि-गायक जो वीरों और उनके कामों पर विभिन्न प्रकार की रचना और पाठ तैयार करने में कुशल होता है। जो तरह-तरह की ज्ञान की बातें लोगों तक पहुंचाता है। चाहे वह इतिहास या भूगोल से संबंधित हो। इसमें संगीत भी जोड़ा जाता है। अतः गूगल कंपनी ने बड़े ही रोचक तरीके से इसका नाम Google Bard रखा है।
LaMDA टेक्नोलॉजी पर आधारित Google Bard Ai
Google Bard Ai एक आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस चैटबॉट सर्विस है, जिसे LaMDA (Language model for dialogue application) Technology से बनाया गया है। इसे गूगल कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने “प्रायोगिक संवादी AI सेवा” यानी एक्सपेरिमेंटल कन्वर्सेशनल एआई सर्विस कहा है।
Google Bard Ai एक संवादात्मक एआई प्रायोगिक चैटबॉट है, जो अपने काम में बेहतर होने के लिए मनुष्यों के साथ बातचीत के माध्यम से ज्ञान प्राप्त करता है। जिसका अर्थ है की यह जितना मनुष्यों से उनकी भाषा में बात करेगा या फिर उनके द्वारा बताये या लिखे गए लेखों को पढ़ेगा यह उतना ही अच्छे प्रकार से जवाब दे सकेगा। यह डॉयलॉग एप्लीकेशन (संवाद अनुप्रयोगों) के लिए भाषा मॉडल (LaMDA) द्वारा संचालित अगली पीढ़ी की भाषा और वार्तालाप क्षमताओं पर आधारित है।
गूगल द्वारा इस साल अपने वार्षिक इवेंट Google I/O 2023 के दौरान 10 मई 2023 को अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल गूगल बार्ड (Google Bard Ai ) को आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया गया है। हालांकि इससे पहले इस इसे टेस्टिंग के तौर पर सेलेक्टिव यूजर के लिए उपलब्ध करा दिया गया था। आखिर में अब यह सभी आम लोगों के लिए अधिक व्यापक रूप से अधिकतर देशों में उपलब्ध हो गया है।
Google Bard AI कैसे काम करता है ?
Google Bard AI, LaMDA टेक्नोलॉजी पर आधारित है। इसके अनुसार गूगल का बार्ड ए आई मनुष्यों के साथ बातचीत के माध्यम से और गूगल में पहले से ही फीड जानकारी के माध्यम से ज्ञान प्राप्त करता है। इस ai tool से जितना अधिक बात की जाएगी यह उतना अधिक नयी जानकारी प्राप्त करेगा। गूगल ने बताया है कि LaMDA को प्रशिक्षित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के डेटा के प्रतिशत को सूचीबद्ध करता है, लेकिन केवल 12.5% वेब से क्रॉल की गई सामग्री के सार्वजनिक डेटासेट से आता है और अन्य 12.5% विकिपीडिया से आता है।
गूगल बार्ड ए आई में पूछे गए सवाल का उत्तर इंटरनेट में उपलब्ध जानकारी और उसके प्रशिक्षण के आधार पर दिया जाता है। यही बात गूगल को अन्य ai टूल्स से अलग करती है। क्योंकि अभी तक Google Bard Ai का प्रमुख प्रतिद्वंदी Open Ai का Chat GPT Tool है जो उसमें फीड की गयी जानकारी के अनुसार सवालों का जवाब देता है।
Google Bard Ai चैटबॉट का उपयोग कैसे करें ?
Google Bard Ai को 10 मई 2023 से सार्वजनिक उपयोग के लिए जारी कर दिया गया है। आप इस गूगल बार्ड टूल को अपने Gmail अकाउंट से लॉगिन करके इस्तेमाल कर सकते हैं। अकाउंट लॉगिन होने के बाद आप इसमें अपना प्रश्न लिखकर पूछ सकते हैं। कुछ ही सेकण्ड्स में आप अपने प्रश्न का सटीक उत्तर पा सकते हैं। गूगल का कहना है कि इसकी टेस्टिंग आगे भी जारी रहेगी और समय समय पर यूजर के फ़ीडबैक के बाद इसमें आने वाले हफ्तों या महीनों में आवश्यक सुधार भी कर दिया जाएगा।
कंपनी का कहना है कि वे बार्ड एआई पर पिछले 2 सालों से काम कर रहे हैं और यह अभी परीक्षण के अंतिम दौर में है। हालांकि अब ये बन कर तैयार है और यह अब सभी देशों के यूजर के लिए 10 मई 2023 को आधिकारिक तौर पर रिलीज हो चुका है। बार्ड को इस साल के वार्षिक Google I/O 2023 इवेंट में कंपनी ने इसकी आधिकारिक लॉन्चिंग की है।
Google Bard Ai और Chat GPT में अंतर ?
Chat GPT को टक्कर देने के लिए गूगल में अपने नए चैटबॉट Bard को लांच किया है। वैसे तो ये दोनों एआई चैटबॉट टूल्स लगभग एक जैसा ही काम करते है। लेकिन इन दोनों में भी काफी अंतर हैं। इन दोनों में एक ख़ास अंतर यह है की जहाँ Chat GPT चैटबॉट इंटरनेट पर पहले से ही मौजूद डाटा के आधार पर सवालों का जवाब देता है। वहीं गूगल का Ai Tool Bard, LaMDA नामक भाषा मॉडल और डायलाग एप्लीकेशन टेक्नोलॉजी पर आधारित है। जो सवालों के जवाब देने में अधिक सक्षम है।
अतः यह कहा जा सकता है कि Google Bard Ai पर ज्यादा भरोसा किया जा सकता है। क्योंकि ये आपके सवालों के सटीक जवाब दे सकता है। गूगल कंपनी का ये कहना है कि बार्ड को काफी बड़े स्तर के तहत बड़े भाषा मॉडल की पॉवर, बुद्धिमत्ता शक्ति और रचनात्मकता के संयोजन से लैस किया जा रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं इस ए आई टूल बार्ड को एक ऐसी टेक्नोलॉजी के तहत तैयार किया जा रहा है, जिससे यह टूल यूजर की फीडबैक से और इन्टरनेट पैर उपलब्ध जानकारी के अनुसार खुद से अपनी खामियों को दूर कर सकेगा।
गूगल कंपनी का मानना है उनके द्वारा बनाया हुआ AI टूल बार्ड बाकी (चैट जीपीटी ) के मुकाबले ज्यादा एडवांस है। गूगल का कहना है की बर्ड द्वारा दिए गए सवालों के जवाबों में विकल्प मिलते हैं जिन्हें आप गूगल के सर्च रिजल्ट में भी देख सकते हैं।
शुरूआती दौर में बार्ड टूल, चैट जीपीटी से थोडा धीमें है। हमने देखा की सवालों के जवाब देने में बार्ड थोडा स्लो है। लेकिन जैसे जैसे इसमें सुधार हो रहा है यह तेज़ गति से आगे बढ़ रहा है। आने वाले समय में यह ज़रूर सबसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा।
हालांकि, गूगल बार्ड टूल में में फिलहाल हिंदी का सपोर्ट नहीं है। परंतु गूगल बार्ड में किसी चैट को जीमेल या गूगल डॉक्स में एक्सपोर्ट करने का भी ऑप्शन मिलता है, जबकि चैटजीपीटी में अभी ऐसा नहीं है। वैसे तो इन फीचर का शुरुआती दौर में तो कुछ खास इस्तेमाल नहीं है।
अगर दोनों टूल के ओवरऑल परफॉरमेंस को देखा जाए तो हमें बार्ड के मुकाबले चैटीजीपीटी अधिक पसंद आया परन्तु अधिकतर यूजर का भरोसा गूगल बार्ड पर ज़्यादा है।
चैट जीपीटी के सिस्टम के पास अभी केवल 2021 तक की जानकारियां उपलब्ध हैं। जबकि गूगल का बार्ड चैटबॉट सभी अप टू डेट जानकारियां इंटरनेट से एकत्रित करने में पूर्ण रूप से सक्षम है।
भले ही शुरू में यह अनुमान लगाया जा रहा था कि चैट जीपीटी आने वाले समय में गूगल सर्च इंजन की जरूरत खत्म कर देगा लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। क्योंकि गूगल की सबसे बड़ी ताकत इंटरनेट पर खोज करने की क्षमता और गूगल पर लोगों का भरोसा है।
चैट जीपीटी और बार्ड एआई दोनों ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक पर आधारित चैटबॉट हैं लेकिन चैट जीपीटी (Chat Gpt) केवल उन्हीं सवालों के जवाब दे सकता है जिनकी जानकारी फीड की जाती है या उस पर उपलब्ध कराई जाती है। जबकि गूगल बार्ड (Bard AI) सर्च इंजन के माध्यम से वास्तविक समय की लेटेस्ट जानकारियां जुटाकर नए और संशोधित जवाब प्रस्तुत कर सकता है।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि चैट जीपीटी मुश्किल सवालों के आसान जवाब उपलब्ध तो करा सकता है, लेकिन इसके पास वास्तविक समय की नई और ताज़ा जानकारियां उपलब्ध नहीं हैं। उनका मानना है कि भविष्य में बार्ड चैटबॉट के पास ऐसी सुविधा या खासियत होगी कि जब वह इंटरनेट पर उपलब्ध डेटा में किसी सवाल का जवाब नहीं खोज पाएगा तो वह उस पर नया जवाब या एक नई प्रतिक्रिया पेश कर सकेगा। यह प्रतिक्रियाएं यूजर (उपयोगकर्ता) के लोकेशन और स्थान के अनुसार अलग-अलग राय प्रस्तुत करेंगी।
गूगल बार्ड के नए अपडेट में यह बताया गया है कि अब बार्ड सर्च रिजल्ट में लेख के साथ साथ इमेजेज (छवियों) को भी दिखायेगा। चैट जीपीटी में अभी तक केवल लिखित उत्तर प्राप्त होते है।
यह भी पढ़ें : Chat GPT क्या है ?
FAQ
Q . गूगल का बार्ड एआई क्या है?
Ans. बार्ड एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित ऑनलाइन चैटबॉट है, और यूजर के सभी प्रश्नों का उत्तर दे सकता है। इसे गूगल कंपनी ने बनाया है।
Q. क्या हम Google बार्ड का उपयोग कर सकते हैं?
Ans. हाँ, आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं, आप अपने आधिकारिक जीमेल अकाउंट से लॉगिन करके गूगल बार्ड को उपयोग कर सकते हैं।
Q. Google Bard Ai का मालिक कौन है?
Ans. बार्ड एआई प्रमुख तकनीकी इंटरनेट कंपनी गूगल द्वारा विकसित किया गया है और इसका स्वामित्व गूगल (Google) अल्फाबेट के पास में हैं।
Q. गूगल बार्ड कहां से एक्सेस करें?
Ans. गूगल बार्ड चैटबॉट सर्विस को आप गूगल सर्च या इसकी आधिकारिक वेबसाइट https://bard.google.com से एक्सेस कर सकते हैं
Q: क्या Google का बार्ड उपलब्ध है?
Ans. हाँ, 10 मई 2023 को गूगल ने अपने एआई टूल Google Bard को आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया था। जिसके बाद भारत समेत 180 देशों में यह उपलब्ध है।
Q. LaMDA टेक्नोलॉजी का फुल फॉर्म क्या है ?
Ans. LaMDA (Language model for dialogue application) Technology
Q. बार्ड का अर्थ क्या होता है ?
बार्ड का अर्थ होता है पेशेवर कहानीकार या कवि। अतः एक आदिवासी कवि-गायक जो वीरों और उनके कामों पर विभिन्न प्रकार की रचना और पाठ तैयार करने में कुशल होता है। जो तरह-तरह की ज्ञान की बातें लोगों तक पहुंचाता है। चाहे वह इतिहास या भूगोल से संबंधित हो। इसमें संगीत भी जोड़ा जाता है।