कफ़ पृथ्वी और जल से मिलकर बना होता है। यह हमारे शरीर के जोड़ों को चकनाई प्रदान करता है।

आयुर्वेद में कहा जाता है की संतुलित कफ शरीर में प्रेम, शांति और क्षमा को व्यक्त करता है।

यदि किसी के शरीर में कफ असंतुलित हो जाता है तो शरीर मोह, लालच, ईर्ष्या की अग्नि में जलने लगता है।

आयुर्वेद चिकित्सा को स्वास्थ्य विषय के अनुसार आठ भागों में बांटा गया है। इन सभी 8 भागों को सम्मिलित करके अष्टांग आयुर्वेद या अष्टांग ह्रदय बनाया गया है।

काय चिकित्सा (Internal Medicine) बालरोग चिकित्सा (Pediatrics)

भूतविद्या (Psychiatry and Exorcism)  शल्य चिकित्सा (Surgery)

1. शालाक्य तंत्र (ENT and Ophthalmology) 2. अगद तंत्र (Toxicology)

यह पृथ्वी और जल से मिलकर बना होता है। यह हमारे शरीर के जोड़ों को चकनाई प्रदान करता है।

प्रेम

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