जो लोग दिन में केवल 10 मिनट भी अपना पसंदीदा संगीत सुनते हैं वह लोग बाकी लोगों की तुलना में मानसिक तौर पर काफी खुश रहते हैं.
मनोविज्ञान
के अनुसार
जो व्यक्ति लोगों को हंसाना जानते हैं वे किसी को भी अपनी तरफ जल्दी आकर्षित कर लेते हैं.
मनोविज्ञान
के अनुसार
मनोविज्ञान कहता है कि अगर आप प्रतिदिन सुबह उठकर सबसे पहले अपने माता – पिता के पैर छूते हैं तो आपको और अधिक सकारात्मक उर्जा मिलती है और आपको दिनभर सकारात्मक विचार आते रहते हैं.
मनोविज्ञान
के अनुसार
कभी कभी कुछ कामों को करने के लिए दूसरों से "ना " कहना चाहिए. हर बार हाँ कहने वाले व्यक्ति की लोगो की नज़र में इज्ज़त नहीं रह जाती.
मनोविज्ञान
के अनुसार
किसी भी इंसान को अकेलापन तब नहीं लगता जब वह सच में अकेला होता है बल्कि यह भावना उसके मन में तब आती हैं जब सच में कोई उसकी परवाह करना खत्म कर देता हैं
मनोविज्ञान
के अनुसार
वे लोग अधिक दयालु और विश्वसनीय होते हैं जो जल्दी शरमा जाते हैं.
मनोविज्ञान
के अनुसार
जिन लोगों की आंखें गहरे रंग की होती है वे लोग खेलने में ज्यादा अच्छे होते हैं और जिन लोगों की आंखें हल्के रंग की होती है वे लोग योजना बनाने में काफी अच्छे होते हैं.
मनोविज्ञान
के अनुसार
यदि कोई व्यक्ति किसी से 20 सेकंड से अधिक गले मिलता है तो इसका मतलब उसे उस व्यक्ति पर ज्यादा भरोसा है.
मनोविज्ञान
के अनुसार
1 घंटे से ज्यादा समय तक बोलने पर व्यक्ति अपने होश खो सकता है और जाने अनजाने में कुछ ऐसी बातें बोल सकता है जो उसे नहीं बोलनी चाहिए.
मनोविज्ञान
के अनुसार
अगर कोई व्यक्ति कोई समस्या लेकर आपके पास मायूस होकर आता है तो आप उसके कंधे पर हाथ रखिए इससे उसे बहुत अच्छा महसूस होगा और वो आपको सब कुछ बड़ी आसानी से अपनी समस्या के बारे में बता देगा.
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