Chat GPT kya hai, Chat GPT क्या है, Chat GPT काम कैसे करता है, Chat GPT का फुल फॉर्म क्या है, Chat GPT पर काम कैसे करते हैं, Chat GPT से क्या क्या किया जा सकता है? आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस क्या होता है, Chat GPT किस कंपनी का है? Chat GPT को क्यों बनाया गया है? Chat GPT के लाभ और हानि ? Chat GPT से जुडी रोचक जानकारियाँ, Chat GPT Facts in hindi
Chat GPT kya hai ?
Chat GPT आज इंटरनेट की दुनिया का सबसे चर्चित विषय बना हुआ है। क्योंकि Chat GPT ने इंटरनेट की दुनिया में एक नयी क्रांति ला दी है। Chat GPT एक Artificial Intelligence (AI) Chat BOT है जिसे माना जा रहा है की यह गूगल को भी चुनौती दे देगा। खैर ये तो आगे पता ही चल जायेगा। चलिए आज हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी से अवगत कराएँगे।
Chat GPT एक ऐसा AI टूल है जिसमें आप चैट के माध्यम से किसी प्रकार की जानकारी का पता लगा सकते हैं। इसमें आप किसी भी प्रकार का सवाल पूछँते हैं तो यह टूल उसका जवाब लिख कर देता है। वैसे अभी इसे टेस्ट करने के लिए शुरुआती स्तर पर लांच किया गया है। अभी इसपर काम चल रहा है। जल्द ही इसे बड़े स्तर पर जायेगा। कहा जा रहा है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी इंटरनेट कंपनी गूगल को भी टक्कर दे सकता है। इसकी प्रसिद्धि का अनुमान आप इससे भी लगा सकते हैं की Chat GPT के लांच होने के 5 दिन में ही इसके वेबसाइट पर 1 मिलियन रजिस्ट्रेशन हो गए थे।
इस टूल को OPEN AI नाम की कंपनी ने बनाया है। इसकी शुरुआत साल 2015 में हुई थी। तब दुनिया के जाने माने बिज़नेस मैन ELON MUSK भी इसके को-फाउंडर थे। SAM ALTMAN और ELON MUSK ने इसे 2015 में शुरू किया था। लेकिन दो साल बाद ELON MUSK ने इसे बीच में ही छोड़ दिया था। इसके बाद माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के ओनर बिल गेट्स ने इसमें एक बेहतरीन निवेश करते हुए इसे आगे बढ़ाया। साल 2022 में 30 नवंबर को इसे लांच किया गया था और इसकी आधिकारिक वेबसाइट chat.openai.com है।
Chat GPT का फुल फॉर्म – Chat Generative Pre-Trained Transformer
Chat GPT कैसे काम करता है ?
Chat GPT एक AI Chat Bot है जो आपके द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब लेख के माध्यम से देता है। अभी ये टूल केवल अंग्रेजी भाषा में ही जवाब है। लेकिन जल्द ही इसे हर भाषा में जवाब देने के लिए अनुकूल बनाया जायेगा। अगर आपको किसी विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करनी है जैसे आपको किसी व्यक्ति की बायोग्राफी, या निबंध या किस विषय पर लेख पढ़ना है तो आप इसमें अपना प्रश्न टाइप कर सकते हैं और यह टूल आपको लिखकर बताना शुरू कर देगा।
जिस प्रकार आप गूगल के सर्च बार में कोई प्रश्न टाइप करते हैं तो गूगल आपको उस विषय से जुड़े आर्टिकल या वेबसाइट के उत्तर दिखता है। Chat GPT के टूल में प्रश्न टाइप करने पर यह सीधे उस प्रश्न का उत्तर लिखना शुरू कर देता है। इसी कारण यह गूगल से अलग है। जानकारियों के अनुसार जल्द ही गूगल भी अपना एक AI Tool लांच करने वाली है।
Chat GPT को क्यों बनाया गया है ?
समय के साथ बदलती टेक्नोलॉजी को देखते हुए और लोगों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए चैट जी पी टी का निर्माण किया गया है। चैट जी पी टी किसी भी प्रश्न का जवाब सेकेंडों में दे सकता है। यह टूल एक आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता के माध्यम से बनाया गया है। जिसका अर्थ है की यह टूल अपने आप से किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम है।
ऐसा बिलकुल भी नहीं है कि पहले ऐसा नहीं हुआ है। इससे पहले भी हमने AI का उदाहरण Google, Apple, Amazon के प्रोडक्ट में देखा है। Google Assistant, Alexa, Siri इत्यादि भी एक AI टूल ही हैं। जो किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम होते हैं। लेकिन चैट जी पी टी का निर्माण एक बड़े स्तर पर किया गया किया गया है। इसे और भी बड़ा बनाया जा रहा है।
Chat GPT की विशेषताएं
चैट जी पी टी से आप किसी भी प्रश्न का तुरंत जवाब पा सकते हैं। बस आपको यहाँ प्रश्न लिखना होगा और यह टूल अपनी कृत्रिम बुद्धिमत्ता से उस प्रश्न का जवाब दे देगा। इसका सही प्रयोग करके ऑनलाइन या ऑफलाइन पैसे भी हैं। आप यदि एक विद्यार्थी हैं तो यह टूल एक शिक्षक की तरह ही आपको आपके प्रश्नों के उत्तर दे सकता है। यदि आपको किसी प्रकार की ऑनलाइन कोडिंग करनी है या कोई प्रोजेक्ट बनाना है तो आप इससे करवा सकते हैं।
इस टूल की सहायता से आप मिनटों में कोई निबंध, आर्टिकल, किसी प्रकार का कोड लिख सकते हैं। हाल ही की ख़बरों के अनुसार एक विद्यार्थी ने २० मिनट में किसी विषय पर निबंध लिखकर स्कूल में जमा कर दिया था। जिसके लिए पहले बहुत अधिक समय लगता था।
Chat GPT की कमियां
यह टूल अभी हर तरह के सवालों का जवाब देने के लिए सक्षम नहीं है। जैसे अगर इससे साल 2023 की किसी जानकारी के बारे में पूछने पर यह उसका उत्तर नहीं दे पाता है। अभी यह टूल हर प्रकार की इमेज या वीडियो नहीं बना सकता है।
यह टूल अभी हर भाषा में जवाब देने के लिए सक्षम नहीं है।
इस टूल का अनुप्रयोग हो रहा है। स्कूल के बच्चे इस टूल का गलत प्रयोग करके अपना होम वर्क कर रहे हैं। जिसके कारण उनकी क्रिएटिविटी ख़तम हो सकती है। इसके गलत उपयोग से बच्चों की पढाई के प्रति रूचि खत्म हो सकती है।
गूगल का AI टूल (BARD)
चैट जी पी टी के आने से गूगल की परेशानियां दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही थी। ऐसे में गूगल भी कैसे पीछे रह सकता है। अभी हाल ही में ख़बरों के अनुसार पता चला है की गूगल ने भी अपना AI टूल का निर्माण कर लिया है। जिसे BARD AI का नाम दिया गया है। जिसे जल्द ही लांच कर दिया जायेगा। हालाँकि अभी गूगल का ये टूल पूरी तरह से सक्षम नहीं है लेकिन आगे आने वाले समय में यह चैट जी पी टी को भी टक्कर दे सकता है।
गूगल का यह टूल भी सवालों के जवाब देता है। AI Technology से बना यह टूल लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग एप्लीकेशन के अनुसार कार्य करता है. यह टूल बेहद ही रोचक है और धमाकेदार और नए तरीके से जानकारी एकत्रित करके लोगों तक पहुंचाता है। मौजूदा समय में यह टूल स्टिंग स्टेज में है लेकिन आगे आने वाले समय में यह पूरी तरह से काम कर पाएगा.
चैट जी पी टी से जुड़े रोचक तथ्य :
चैट जी पी टी के आने के तुरंत बाद लोगों ने इसका बहुत ही अलग अलग तरीके से इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। हाल ही की ख़बरों के अनुसार लोग इसका उपयोग अपनी प्रेमिका को प्रेम पत्र लिखने के लिए कर रहे हैं। एक सर्वे के अनुसार भारत के 78% लोगों का मनना है की इस टूल के द्वारा लिखा गया प्रेम पत्र किसी इंसान द्वारा लिखा हुआ प्रतीत होता है। भारत में ज्यादातर लोग लव लेटर लिखने के लिए चैट जी पी टी का प्रयोग कर रहे हैं।
चैट जी पी टी के आने के बाद कुछ लोग इसका गलत उपयोग भी कर रहे हैं। जिसके कारण कई देशों ने इसे बैन भी कर दिया है। दरअसल स्कूल के बच्चे इसका प्रयोग करके अपना होमवर्क कर रहे हैं। भारत में बैंगलुरु के कॉलेजों में छात्रों के चैट जी पी टी पर रोक लगा दी गयी है।
अगर सही तरीके से इसका प्रयोग किया जाये तो इससे समाज के भले के लिए बहुत कार्य किये जा सकते हैं सकते हैं। जैसे बच्चे इसका प्रयोग करके पढाई कर सकते हैं। इस टूल की सहायता से आप अपने विचारों और अनुभवों को एक किताब में बदल सकते हैं।
चैट जी पी टी को अब बिंग सर्च से जोड़ दिया गया है। जो की माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा बनाया गया सर्च इंजन है।
कोलंबिया की एक अदालत में जज ने चैट जी पी टी AI टूल से पूछ कर अपना फैसला सुनाया। जिसके बाद जज की लोगों ने काफी आलोचना की।
Chat GPT के आने के बाद भारत के बंगलुरु में रहने वाले गूगल के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर सुकुरु सांई विनीत ने
GITA GPT नाम का एक AI चैटबॉट विकसित किया है। जिसमें बताया जा रहा है की यह चैटबॉट आपके जीवन की कठिनाइयों से जुड़े सभी सवालों के जवाब देता है।
भारत सरकार भी अब Chat GPT का इस्तेमाल करके एक एजुकेशन tool बना रही है जिससे शिक्षा के क्षेत्र में स्कूल के बच्चों को काफी मदद मिलेगी। टूल के डेमों में एक स्कूल के बच्चे के गणित के सवाल का स्क्रीनशॉट टूल में डालने पर टूल ने उस सवाल का जवाब भी दिया।
Open AI व पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने हाल ही में एक सूची जारी की है जिसके अनुसार Chat GPT व अन्य AI सॉफ्टवेयर के आने से कुछ निश्चित क्षेत्रों से जुड़े लोगों की नौकरियां जा सकती है। उनमें से गणितज्ञ, टैक्स परिप्रेयरेर, ब्लॉकचैन इंजीनियर, लेखकों की नौकरियां शामिल हैं।
इसके अलावा कुछ ऐसे भी पेशे हैं। जिनमें काम करने वाले लोगों को इससे कोई ज्यादा फर्क नही पड़ेगा। इनमे से एग्रीकल्चर की मशीन चलाने वाले लोग, प्लम्बर, पेंटर, एथलीट, स्पोर्ट्स कॉम्पटीटर, बस व ट्रक मकैनिक, कारपेंटर, मीट पैकर्स।
Open Ai के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने अमेरिकी सीनेट में यह खुद स्वीकार किया कि आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (Ai) एक खतरा हैं। यह काम को बेहतर तरीके से करने में सक्षम है लेकिन इससे बहुत सारी नौकरियां जाने का खतरा है। अतः इस टेक्नोलॉजी पर सरकारी नियंत्रण आवश्यक है। सरकार को इसके इस्तेमाल के नियम बनाने चाहिए।
Chat GPT के आने से बहुत से काम हैं जो आसान हो चुके हैं। इसके आने से बहुत सी नौकरियां तो जा चुकी हैं लेकिन कुछ नयी नौकरियां भी उत्पन्न हुई हैं। जैसे : लेखन का कार्य, यह काम Chat GPT बखूबी कर रहा है। लेकिन यह Ai टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं जिसके कारण इसे बताना पड़ता है कि इसे क्या लिखना है। तो यहाँ से एक नयी जॉब का निर्माण होता है। जिसे Promt Engineering कहा जाता है। जिसमें ऐसे Ai Bots को चलने का काम किया जाता है। प्रॉम्ट इंजीनियर वह होता है जो इन ai बोट्स से काम करवाता है।