महिला सशक्तिकरण की राह में भारत सरकार ने साल 2020 में महिलाओं को व्यापार शुरू करने के लिए लोन देने के लिए महिला उद्योगिनी योजना का प्रारंभ किया। जिसमें महिलाओं को लोन के रूप में 3 लाख रुपये देने का प्रावधान है। आइये जानते हैं इस योजना से जुड़े लाभ और आवेदन की प्रक्रिया क्या है ?
- महिला उद्योगिनी योजना की शुरुआत भारत सरकार द्वारा साल 2020 में इ गयी थी।
- इस योजना के तहत उन महिलाओं को लोन दिया जाता है जो महिलाये व्यापार करना चाहती हैं।
- ब्याज के रूप में महिला को 3 लाख रुपये दिए जायेंगे।
- महिलाओं को लोन देने के साथ-साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
- इस योजना में बहुत ही कम ब्याज दर (8% से 12%) पर महिलाओं को लोन दिया जायेगा।
- हालांकि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, दिव्यांग महिलाओं को उद्योगिनी योजना के तहत ब्याज मुक्त लोन दिया जाता है।
- इस योजना का लाभ पाने के लिए महिला की आयु 18 वर्ष से 55 वर्ष की होनी चाहिए।
- उद्यमी महिलाओं को यह लोन विभिन्न सरकारी और निजी बैंकों के अतिरिक्त कमर्शियल बैंक, सहकारी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के माध्यम से दिया जाता है।
- इस योजना में यह ध्यान रखने वाली बात यह है कि महिला उद्यमी की पारिवारिक आय ₹1.5 लाख से कम होनी चाहिए। लेकिन विधवा और दिव्यांग महिलाओं के लिए कोई पारिवारिक आय सीमा नहीं है।
- इसके साथ ही महिलाओं का कारोबार उद्योगिनी योजना के तहत रजिस्टर्ड कारोबार सूची में हो।
- आवेदक महिला का पिछले किसी लोन पर डिफाल्ट नहीं होना चाहिए।
- महिलाओं को लोन की राशि बैंकों के माध्यम से ही दी जाएगी।
महिला उद्योगिनी योजना में 88 कारोबार को सम्मिलित किया गया है, जिसकी सूची निम्नलिखित है:
- चूड़ियाँ बनाने का कारोबार
- ब्यूटी पार्लर का बिजनेस
- बेडशीट और टॉवल बनाने का कारोबार
- बुक बाइंडिंग एंड नोट बुक्स बनाने का कारोबार
- कॉफी और चाय पाउडर बनाने का बिजनेस
- मसालें बनाने का कारोबार
- नालीदार बॉक्स बनाने का उद्योग
- कॉटन थ्रेड मैन्युफैक्चरिंग
- पौधों की नर्सरी का कारोबार
- कट पीस कपड़ा का बिजनेस
- डेयरी और पोल्ट्री से जुड़े कारोबार
- डायग्नोस्टिक लैब का बिजनेस
- ड्राई क्लीनिंग का बिजनेस
- ड्राई फिश ट्रेड कारोबार
- ईट–आउट का बिजनेस
- खाद्य तेल की दुकान
- एनर्जी फूड का बिजनेस
- उचित मूल्य वाली राशन की दुकान
- फैक्स पेपर के मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- फिश स्टॉल का कारोबार
- अगरबत्ती मैन्युफैक्चरिंग का उद्योग
- ऑडियो और वीडियो कैसेट की दुकान
- बेकरी का कारोबार
- बनाना टेंडर लीफ का बिजनेस
- आटा चक्की की दुकान
- फूलों का कारोबार
- फुटवियर मैन्युफैक्चरिंग का उद्योग
- ईंधन की लकड़ी का बिजनेस
- गिफ्ट आर्टिकल की दुकान
- हैंडिक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- हाउसहोल्ड आर्टिकल रिटेल की दुकान
- आइसक्रीम का बिजनेस
- इंक मैन्युफैक्चर उद्योग
- जैम, जेली और अचार बनाने का बिजनेस
- टाइपिंग और फोटोकॉपी की दुकान
- जूट कालीन का कारोबार
- लीफ कप उत्पादन मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- सामुदायिक लाइब्रेरी का बिजनेस
- मात बुनाई का बिजनेस
- मैच बॉक्स मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- मिल्क बूथ की दुकान
- मटन स्टॉल का बिजनेस
- समाचार पत्र, साप्ताहिक और मासिक मैगजीन वेंडिंग की दुकान
- नायलॉन बटन मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- पुराने कागज मार्ट का कारोबार
- स्टेशनरी की दुकान
- STD – PCO बूथ
- मिठाई की दुकान
- सिलाई – कढ़ाई – बुनाई का कारोबार
- चाय की दुकान
- कच्चा नारियल का बिजनेस
- ट्रेवेल एजेंसी
- ट्यूटोरियल का बिजनेस
- टाइपिंग इंस्टीट्यूट खोलने पर
- वेजिटेबल एंड फ्रूट वेंडिंग (सब्जी की दुकान)
- सिंदूर मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- वेट ग्रिडिंग का कारोबार
- ऊनी वस्त्र मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- पान और सिगरेट की दुकान
- पान लीफ या च्विइंगम की दूकान
- पापड़ बनाने का काम
- फेनिल और नेफ़थलीन बॉल मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- फोटो स्टूडियो खोलने का बिजनेस
- प्लास्टिक के सामान बनाने का कारोबार
- मिट्टी के बर्तन बनाने का बिजनेस
- बोतल कैप मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- कैन और बंबू मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- कैंटीन और कैटरिंग का बिजनेस
- चॉक क्रेयोन मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- चप्पल मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- सफाई पाउडर मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- क्लिनिक खोलने का बिजनेस
- कपड़े की छपाई और रंगाई करने का काम
- रज़ाई और बिस्तर मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- रेडियो और टीवी सर्विसिंग स्टेशन बिजनेस
- रागी पाउडर का बिजनेस
- रेडीमेड गारमेंट्स कारोबार
- रियल इस्टेट का बिजनेस
- रिबन मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- साड़ी पर कढ़ाई का काम
- सिक्योरिटी सर्विस का काम
- शिकाकाई पाउडर मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- दुकानें
- रेशम धागा मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- रेशम की बुनाई का बिजनेस
- रेशम की कृमि पालन का कारोबार
- साबुन का तेल, साबुन पाउडर और डिटर्जेंट केक मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
- लकड़ी का सामान बनाने का कारोबार
उद्योगिनी योजना के तहत बिज़नेस लोन के लिए निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी :
- उद्योगिनी योजना का लोन फॉर्म (सही से भरा हुआ)
- 2 पासपोर्ट साइज फोटो
- आधार कार्ड की कॉपी
- जन्म प्रमाणपत्र (10वीं की मार्कशीट, स्थानीय तहसीलदार से प्रमाणित पत्र या ग्राम प्रधान/स्थानीय जिला परिषद/स्थानीय विधायक/स्थानीय सांसद के लेटरपैड पर लिखवाया हुआ पत्र)
- जाति प्रमाण पत्र (अनु. जाति/जन जाति के आवेदकों के लिए अनिवार्य)
- बीपीएल कार्ड की छायाप्रति (गरीबी रेखा से नीचे के आवेदकों के लिए अनिवार्य)
- आय का प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक की छायाप्रति
- बैंक/एनबीएफसी द्वारा मांगे गए अन्य दस्तावेज
इस योजना के सभी आवेदन बैंक द्वारा ही होंगे। बैंक से या ऑनलाइन उद्योगिनी योजना फॉर्म डाउनलोड किया जा सकता है। फॉर्म सही से भरकर बैंक में ही दस्तावेज़ संलग्न करके जमा करना होगा।