Omicron क्या हैं और इसके लक्षण क्या है. सभी देशों में इसकी स्थिति से जुडी सभी जानकारी. ये Covid-19 के डेल्टा वेरिएन्ट से कितना प्रभावशाली है.
Omicron COVID का एक नया स्वरूप/संस्करण (variant) है । जिसकी पहचान 24 नवंबर को पहली बार दक्षिण अफ्रीका में हुई थी। दक्षिण अफ्रीका के अलावा कई देशों में COVID के नए variant “Omicron” के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है।
Covid का नया स्वरुप ?
इटली के रिसर्चर्स (researchers) ने Covid -19 के नए वेरिएंट ‘Omicron’ की पहली तस्वीर जारी की जिसके अनुसार नया स्ट्रेन मूल कोरोना वायरस से काफी ज्यादा अलग है.
हालाँकि ये डेल्टा वैरिएंट से कितना ज्यादा प्रभावशाली है इसके बारे में ठीक तरीके से कुछ कहा नहीं जा सकता है रिसर्चर्स के कहे अनुसार, ओमीक्रोन के ज्यादातर म्यूटेशंस इंसानी कोशिकाओं के संपर्क में आने वाली जगहों पर हैं।
Omicron के लक्षण क्या है?
WHO की चीफ साइंटिस्ट डॉक्टर सौम्या स्वामीनाथन के मुताबिक पहले कुछ cases में इसके सामान्य लक्षण देखें गए हैं जो कुछ वायरल बुखार की तरह ही हैं. सामान्यतः इसमें बुखार, सरदर्द, बदनदर्द, थकावट जैसे लक्षण पाए जा रहे हैं.
उन्होंने बताया पहले कुछ 25-30 केसों में ये लक्षण पाए गए हैं जिनमें से अधिकतर युवा है लेकिन आगे कुछ कहा नहीं जा सकता। इसके कुछ और लक्षण भी सामने आ सकते हैं।
Omicron कितना अलग है डेल्टा वेरिएंट से?
WHO के डॉक्टर्स के अनुसार, Omicron जो बहुत तेज़ी से फैल रहा है। इसमें लगभग 50 म्यूटेशंस पाए गए हैं। जिसमें से करीब 30 म्यूटेसंस स्पाइक प्रोटीन के हैं। डेल्टा वेरिएंट में म्यूटेसंस की संख्या कम थी लेकिन यह डेल्टा वेरिएंट से कितना ज्यादा प्रभावशाली है, इसके बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है।
स्पाइक प्रोटीन क्या है?
वायरस में जो कांटे वाले स्ट्रक्चर होते हैं, ये स्पाइक प्रोटीन कहा जाता है. जब वायरस सांस के जरिए मनुष्य के शरीर में पहुंचता है तो स्पाइक प्रोटीन उसे कोशिकाओं में जाने में मदद करता है।
ये स्पाइक प्रोटीन मनुष्य की शरीर में ACE-2 (angiotensin converting enzyme 2 receptor) रिसेप्टर होता है। स्पाइक प्रोटीन रिसेप्टर पर जाकर चिपक जाता है। इनसे चिपकर वायरस लिविंग सेल के अंदर एंट्री कर जाता है। शरीर में अंदर जाने के बाद वायरस अपनी कॉपी बनाने लग जाता है और तेजी से शरीर में फैलता है
ace-2 रिसेप्टर शरीर के अलग-अलग अंगों में पाए जाते हैं जैसे- हृदय ,मासपेशियों और रक्त वाहिकाओं की कोशिकाओं आदि में। लेकिन सबसे ज्यादा फेफडो़ं की कोशिकाओं में पाए जाते हैं।
omicron से जुडी सरकारी guidelines
कोरोना वायरस से नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका समेत अत्यधिक जोखिम वाले 12 देशों से आने वाले प्रत्येक यात्री के लिए सात दिन के होम क्वारंटाइन को अनिवार्य बना दिया है।
Omicron में Hybrid immunity का महत्त्व
कोरोना से बचाव के लिए hybrid immunity का भी महत्त्व है. Hybrid immunity covid के नये वैरिएंट (omicron) से बचने में मदद कर सकती है. कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके लोगो में टीकाकरण के बाद यह immunity बन जाती है. माना गया है कि hybrid immunity भारत की बड़ी आबादी में हो सकती है.
Hybrid Immunity क्या है?
कोरोना से संक्रमित हो चुके लोगो के शरीर में कोरोना से रिकवरी के लिए एक immunity बनती है और अगर उनका covid टीकाकरण भी हो जाता है तो ऐसे लोगों में Hybrid Immunity बनती है. अतः कोरोना से बचाव के लिए hybrid immunity को सबसे प्रबल माना गया है. इसलिए covid टीकाकरण सबसे आवश्यक है.
Omicron से बचाव कैसे करें ?
Omicron से बचाव के लिए रोजाना कुछ इन नियमों का पालन करें
- मास्क लगाकर ही बाहर निकले. मास्क को छूने के बाद हाथों को अच्छी तरह से सेनेटाइज़ करें .
- बहुत जरूरी होने पर ही बाहर जाये .
- सामाजिक दूरी बनाकर रखें .
- गुनगुने पानी का सेवन करे.
- जरूरत पड़ने पर अपने चिकित्सक से मिलें .
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