आयुष्मान भारत योजना में अब ये लाभ भी हुआ शामिल। मरीज़ के घरवालों को मिलेगा इसका लाभ।

Ayushman Bharat Yojana

भारत सरकार द्वारा चलाई गयी आयुष्मान भारत योजना का लाभ आज भारत के लगभग हर गरीबजनों को मिल रहा है। जिसमें मरीज़ को अस्पताल में भर्ती होने पर इलाज़ के लिए अधिकतम 5 लाख रुपये मिल रहे है। अब इस योजना के तहत आने वाले खर्चों में एक खर्चा और भी कवर कर दिया गया है। आइये जानते हैं इस योजना से जुड़े कुछ प्रमुख बिंदु।

  • आप आयुष्मान भारत योजना के तहत अंगदान कर सकते हैं। जिसमें अंगदान की प्रक्रिया हेतु अंगों को निकलना, मरीज़ का खर्चा, एवं जांचों से जुड़े खर्चे मरीज़ के आयुष्मान कार्ड की राशि से लिए जाते थे।
  • ब्रेन स्टेम डेथ में डोनर के अंगदान करने पर डोनर मेंटिनेंस पैकेज अब से इस खर्चे को नहीं जोड़ा जायेगा।
  • अभी तक यह खर्चा मरीज़ के घरवालों को देना होता था। लेकिन अब से इस प्रक्रिया को अतिरिक्त खर्चों से बाहर किया गया है।
  • अंगदान की प्रक्रिया में मृतक के शव को कई घंटों तक रोकना पड़ता था एवं अतिरिक्त खर्चों की वजह से मरीज़ के घरवाले अंगदान की प्रक्रिया से बचते थे।
  • पी जी आई द्वारा तैयार की गयी डोनर मेंटेनेंस पैकेज को नीति आयोग ने मंज़ूरी दे दी है।

पी जी आई के डॉ. राजेश हर्षवर्धन द्वारा यह बाते गया कि सडक हादसे में घायल होने वाले मरीज़ की ब्रेन स्टेम डेथ होने पर कानूनी कार्यवाही और अंग निकालने की प्रक्रिया में अधिक समय और अतिरिक्त खर्च होने के कारण मरीज़ के घर वाले इस प्रक्रिया से बचते हैं। जिसकी वजह से अन्य मरीजों को जिन्हें अंगों की ज़रुरत है। उनको अंग मिलने में परेशानी होती है। लेकिन अब से अंग निकालने की प्रक्रिया को सरल और बिना खर्च के बनाया गया है। जिससे अधिक से अधिक अन्य मरीजों को लीवर, गुर्दे इत्यादी अंगो की पूर्ती की जा सके।

  • जैसे ही पी जी आई द्वारा इस अंगदान की प्रक्रिया में लगने वाले खर्च की समीक्षा निश्चित हो जाती है। वैसे ही इस राशि को आयुष्मान भारत योजना में जोड़ा जायेगा।
  • इससे मरीज़ के घरवालों पर धन का अतिरिक्त भार कम हो जायेगा।
  • इस डोनर मेंटेनेंस पैकेज में मरीज़ को अस्पताल में रखने का खर्च, मरीज़ की जांचों का खर्च, अंग निकलने का खर्च शामिल होगा।

SOURCE : Hindustan

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