Fungal Infection (कवक संक्रमण) अक्सर लोगों में होने वाला एक ऐसा त्वचा का रोग है जिसको अगर ध्यान न दिया जाए तो यह बहुत तेज़ी से बढ़ सकता है। यह रोग त्वचा मे बराबर नमी बने रहने के कारण होता है।
अक्सर देखा गया है कि इस रोग में त्वचा पर लाल रंग के दाने व धब्बे पड़ जाते हैं, और इसमें खुजली होती है। इसको खुजलाने पर यह शरीर की बाकी जगहों पर भी फैलता है। लेकिन अगर आप कुछ बातों का ध्यान रोज़ाना अपनी दिनचर्या में बदलाव करके रखेंगे तो यह रोग आपको जल्दी नुकसान नही पहुँचा पायेगा।
आज के इस लेख में आपको ऐसी ही कुछ बातों के बारे में बताया जा रहा है जो कि आपको फंगल इन्फेक्शन जैसी गंभीर बीमारी से बचा सकता है। तो आइए जानते है।
Fungal Infection होने पर खानपान में बदलाव करें
1 . तले हुए खाने व पूड़ी पकवान का सेवन जितना कम हो सके उतना ही आपके लिए अच्छा होगा। ज्यादा तली हुई चीज़ें फंगल इंफेक्शन के लिए हानिकारक होता है।
2 . अपने खाने में हरी सब्जियों को शामिल करें।
3 . सलाद का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें।
4 . चाय का सेवन कम से कम करें। इसकी जगह आप ग्रीन टी पी सकते है।
नहाने के तरीके में बदलाव
अगर आप चाहते हैं कि आपको दाद, खाज़, या खुजली जैसा किसी प्रकार का कोई गंभीर रोग न हो तो आपको अपनी नहाने की आदत में कुछ बदलाव करना होगा।
आपको रोज़ाना साबुन से अच्छे से नहाना होगा। याद रहे अगर आपको फंगल इंफेक्शन हुआ है तो आपको साबुन का प्रयोग नहीं करना है।
फंगल इन्फेक्शन ज्यादातर शरीर मे ऐसी जगह होता है जहां पर नमी होती है। इसलिए नहाने के बाद आपको अपने शरीर को ठीक से सूती कपड़े से पोछना चाहिए या फिर नहाने के बाद थोड़ी देर धूप में रहकर शरीर को सुखाना चाहिए या फिर किसी पंखे के सामने सुखाना चाहिए।
अपने सिर को ओर बालों को भी अच्छे से सुखाना चाहिए। क्योंकि बालों में काफी देर तक नमी बनी रहती है।
बारिश के मौसम में ये रोग अत्यधिक होता है इसलिए आपको इस समय हमेशा अपने शरीर को सूखा बना के रखना होगा।
नीम का प्रयोग
फंगल इंफेक्शन में नीम बहुत कारगर साबित होता है। नीम में एन्टी फंगल गुण पाए जाते है। यदि नीम का उपयोग आप रोज़ाना करते है या सप्ताह में 2 या 3 बार भी करते हैं। नीम का प्रयोग कैसे करना है ये जानते है।
नीम की कोपलों को रोज़ाना खायें। यह नीम की सबसे छोटी और नई पत्तियाँ होती हैं। यह हल्के लाल रंग में होती है। यह पत्तियाँ नीम की बड़ी पत्तियों से कम कड़वी होती हैं।
नीम की पत्तियों को तोड़ ले, और उसे 2 जग पानी में 15 मिनट तक उबाल लें। जब पानी हल्का हरा हो जाये तो उस पानी को सामान्य तापमान में कर के इसे नहाने वाले पानी मे मिलाकर नहा लें। ऐसा आप सप्ताह में 2 से 3 बार कर सकते है।
नीम की दांतून करें। पहले दातून को चबाएं जिससे उसमे से नीम का रस निकलेगा उस रस को आप पी ले। यह रस आपको शरीर के अंदर से मजबूत करेगा। आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगा।
एलोवेरा (घृतकुमारी) का प्रयोग
एलोवेरा को अगर आप रोज़ाना प्रयोग करते है। तो आपको जल्दी फंगल इंफेक्शन की समस्या नहीं होगी। इसका प्रयोग आपको कैसे करना है आइये जानते हैं।
रोज़ाना आप नहाने से पहले ताज़ा एलोवेरा का जेल अपने शरीर पर उन जगहो पर भी लगाये जहां आपको ज्यादा पसीना आता है। जैसे : बगलों में, गुप्तांग की जगहों पर गर्दन पर आदि।
इसके अलावा आप रोज़ाना एलोवेरा जूस का सेवन भी कर सकते है।
सूर्य स्नान करें (Sun Bath)
फंगल इन्फेक्शन जैसे रोग से बचने के लिए आपको रोज़ाना सूर्योदय या सूर्यास्त के समय सूर्य स्नान करें। सूर्य स्नान का तरीका जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
यह भी पढ़े: सूर्य स्नान करने का सही तरीका क्या है
इस लेख में बताई गई जानकारियां आपको फंगल इंफेक्शन जैसे रोग होने से बचाएगी। यदि आपको फंगल इन्फेक्शन होता है तो आप किसी त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह लेकर ही अन्य दवाएं खाये। आपको हमारी यह जानकारी कैसी लगी आप हमें कमेंट में बताए।