आपने बैंकों में लगे एटीएम को तो देखा ही होगा जिसके जरिए हम खुद ही एटीएम कार्ड लगाकर रुपए निकाल सकते है और हमारा ज्यादा समय भी बर्बाद नहीं होता है।

इसी तरह से खाद विभाग ने भी अनाज वितरण में लगने वाली लंबी लाइन और अनाज में कटौती की समस्या को ध्यान में रखते हुए ग्रेन एटीएम को लॉन्च किया है। 

ग्रेन ATM मशीन एक ऑटोमैटिक अनाज वितरण मशीन है ये उसी तरह से काम करती है जिस तरह से बैंक के एटीएम काम करते हैं।  

दरअसल इस मशीन को यू एस (संयुक्त राष्ट्र) के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के तहत स्थापित किया गया है। इसका नाम “अन्नपूर्ति” रखा गया है। 

ग्रेन ATM मशीन के जरिए राशन कार्ड धारकों को सरकार से मिलने वाला राशन प्राप्त कराया जाएगा। 

ग्रेन ATM मशीन से अनाज प्राप्त करने के लिए लाभार्थियो को अपना यूनिक राशन कार्ड नंबर या आधार कार्ड नंबर मशीन में दर्ज करना होगा इसके पश्चात ही उन्हें राशन मिल सकेगा।  

इसमें टच स्क्रीन और बायोमैट्रिक का सिस्टम भी लगाया गया है। 

प्रधानमन्त्री गरीब अन्न कल्याण योजना के तहत देश का पहला ग्रेन एटीएम गुरुग्राम के फर्रुखनगर राशन डिपो में लगाया गया है। 

ग्रेन एटीएम मशीन एक ऑटोमैटिक और हाईटेक मशीन है जो टच स्क्रीन और बायोमैट्रिक फिंगरप्रिंट आइडेंटिटी से लैस है। इसमें दो चैम्बर हैं जिसमें से गेहूं और चावल रखा गया है। 

मशीन में ऊपर की ओर दो लाईट्स लगी हुई है गेहूं के लिए “लाल” और चावल ले लिए “हरी” । 

बैंको में लगे ATM की तरह ही उपभोक्ता ग्रेन ATM को भी इंडिविजुअल तरीके से इस्तेमाल कर सकता है। एक बार में सिर्फ एक व्यक्ति सुरक्षित रूप से इस्तेमाल कर सकता है। 

ग्रेन एटीएम से 1 मिनट में करीब 10 किलो तक अनाज निकला सकते हैं इस प्रकार 5 से 7 मिनट में करीब 70 किलो तक अनाज प्राप्त किया जा सकता है। 

राशन बाटने में ज्यादा मेहनत और समय भी नही लगेगा।  उपभोक्तओ के राशन के लिए लंबी लाइन में नही लगना पड़ेगा और उनके समय की बचत होगी।

कार्ड धारकों की अनाज के कम मिलने की समस्या भी दूर हो जाएगी। सरकारी राशन कोटो में हो रहे अनाज के घोटाले को भी रोका जा सकेगा।