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धन प्राप्ति के उपाय
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी को समर्पित है। शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना और व्रत करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं जीवन में सुख समृद्धि का अभाव नहीं होता। धन का अभाव दूर होता है और घर में सुख शांति आती है। महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत भादो यानि भाद्रपद के महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से होती है और व्रत का समापन अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन होता है। समापन का दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए बहुत ही खास माना जाता है। अंतिम दिन ही पूरे विधि-विधान से महालक्ष्मी व्रत किया जाता है।
कहा जाता है कि मां लक्ष्मी को कमल के फूल अत्यंत प्रिय है वे स्वयं कमल पर विराजमान होती है ऐसे में शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को कमल का पुष्प अर्पित करने और उनकी पूजा अर्चना करने से मां प्रसन्न होकर घर में प्रवेश करती हैं।
हर शुक्रवार के दिन यदि मां लक्ष्मी जी का व्रत और पूजा करे। उन्हें खीर का भोग लगाया जाए। फिर उस भोग को प्रसाद के रुप में छोटी छोटी कन्याओं को वितरित करे। तो इससे माता लक्ष्मी की कृपा होती है।
शिव पुराण के अनुसार धन प्राप्ति के उपाय
शिवपुराण के अनुसार प्रदोष काल में अपने घर के द्वार पर महादेव का स्मरण करके एक दीपक जलाना चाहिए। इस उपाय को करने से धन की प्राप्ति होती है।
महाशिवपुराण में बताया गया है कि जिनके घर में धन संपदा की कमी हो, धन प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें अधिकमास के पंचमी तिथि के दिन गन्ने के रस को हाथ में लेकर 7 बार अपना नाम और गौत्र बोलकर तुलसी जी की क्यारी में अर्पण करना चाहिए। अधिकमास हर 3 वर्ष में एक बार आता है और इसके पांचवें दिन ये उपाय करने से घर में धन समृद्धि आती है।
शिवपुराण में वर्णित है कि शाम के समय शिव जी के मंदिर में जाकर शिव जी की प्रार्थना करने और शिवलिंग पर घी का दीपक प्रज्वलित करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते है। ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में धन संपत्ति की कमी दूर हो जाती है। हर सोमवार को सायं काल के समय शिवलिंग के पास घी का दीपक जलाने से भोले शंकर के साथ साथ अन्य देवी देवता भी प्रसन्न हो जाते है। ये उपाय आपको 41 सोमवार तक करना है। इस उपाय को नियमपूर्वक और श्रद्धा के साथ करने से व्यक्ति के जीवन में महालक्ष्मी जी की कृपा होती है।
कोई मनुष्य यदि आर्थिक तंगी से जूझ रहा को, धन की कमी है तो महाशिवपुराण में वर्णित है कि यदि कोई भी व्यक्ति सोमवार के दिन जल में अखंड अक्षत यानि कुछ सबूत चावल को मिलाकर ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करते हुए शिव जी को जल अर्पित करता है तो उस व्यक्ति के जीवन में आर्थिक तंगी दूर होती है तथा उसे धनलाभ होता है।
मान्यताओं के अनुसार शिवलिंग के पास दिया जलाकर उजाला करने से मनुष्य के जीवन से सारे अंधकार दूर हो जाते हैं और भगवान शंकर के साथ अन्य सभी देवी देवता भी प्रसन्न हो जाते है। इसलिए कहा गया है कि जो व्यक्ति शाम के समय रोजाना शिवलिंग के पास एक दीपक प्रज्वलित करता है उसके जीवन से अंधकार दूर हो जाता है और लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं, कृपा करती है।
कथावाचकों द्वारा बताये गए धन प्राप्ति के उपाय
शिवपुराण कथावाचक पंडित मिश्रा जी कहते है कि अगर घर में लक्ष्मी का वास नहीं है, धन की कमी है तो हर सोमवार के दिन कमल का पुष्प शिव जी पर चढ़ाना चाहिए। यदि कमल का फूल न मिले तो कमल गट्टे को जल में रखकर उस जल को शिव जी पर अर्पित करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। ये उपाय आपको हर सोमवार करना है या 5 6 प्रदोष तक भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको धन की प्राप्ति होगी और लक्ष्मी जी घर में वास करेंगी।
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धन प्राप्ति के लिए व्रत विधि
साधू संत और प्रसिद्ध कथावाचक बताते हैं की जिनके घर में आर्थिक तंगी सदैव बनी रहती है तो उनको व्रत करने चाहिए। जैसे भगवान लक्ष्मी नारायण का व्रत, महालक्ष्मी का व्रत इत्यादि। नियमित व्रत करने से उनके घर में कभी भी धन की समस्या नहीं होती है। आइये जानते हैं कुछ ऐसे व्रत जिनसे धन की प्राप्ति होती हैं।
भागवत कथा वाचक बताते हैं कि अगर किसी के घर में धन की कमी रहती है या उनपर क़र्ज़ का बोझ है तो ऐसे लोगों को माँ लक्ष्मी का व्रत करना चाहिए। माता लक्ष्मी का व्रत हर शुक्रवार के दिन करना होता है। इस व्रत में माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। इस पूजा में माता लक्ष्मी को खीर का भोग लगाना चाहिए। उस खीर के प्रसाद को फिर छोटी कन्याओं को बाँटना चाहिए तथा उन कन्याओं के चरण स्पर्श करना चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है और आप पर अपनी कृपा करती है।
जिनके घर में धन की कमी होती है उनको हर गुरुवार को भगवान नारायण का व्रत करना चाहिए। इस व्रत में भगवान् विष्णु की पूजा की जाती है। भगवान विष्णु जी को चने, मुनक्के, और गुड़ का भोग लगाया जाता है। इसके साथ ही पीले फल जैसे केले का भी भोग लगाया जाता है। पूजा करते समय भगवन विष्णु की कथा का पाठ करना चाहिए। इस व्रत में लगाया गया भोग लोगों में वितरित करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान विष्णु की कृपा आप पर होती है। जल्द ही आपके घर में धन की कमी समाप्त होने लगती है।
व्रत करने से पहले कुछ बातों का ध्यान आवश्यक होता है। व्रत करने वाले को मांस, मदिरा, एवं नशे से दूरी बनानी चाहिए। नियम संयम से रहना चाहिए। व्रत के दिन सहवास नहीं करना चाहिए। साफ़ सफाई का ध्यान रखना चाहिए।
धन प्राप्ति के टोटके व मंत्र
अगर कोई व्यक्ति को काफी लम्बे समय से कर्ज़ से मुक्ति नहीं मिल पा रही है। तो इसके लिए उसे हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। उस व्यक्ति को हर मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करते समय ॐ हनुमते नमः मन्त्र का 108 बार जाप करना चाहिए। धीरे धीरे समय के साथ उसको क़र्ज़ से मुक्ति मिल जाएगी। इसके साथ ही उसको धन की प्राप्ति होगी।
प्रसिद्ध कथावाचकों द्वारा बताया जाता है कि ॐ ह्रीं नमः मंत्र का जाप करने से मनुष्यों की धन से जुडी समस्याओं का निवारण होता है। इस मंत्र के जाप से धन की प्राप्ति होती है। इस मन्त्र का जाप करते समय ध्यान देने योग्य एक बात यह है कि इस मंत्र का जाप हमेशा एकांत स्थान में करें।
प्रसिद्ध कथा वाचक बागेश्वर धाम सरकार श्री धीरेन्द्र जी शास्त्री जी बताते हैं की जिसके घर में धन की कमी होती है उसे प्रतिदिन 108 कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये नमः। इस मंत्र का जाप प्रतिदिन एक माला करने वाले के घर से कभी भी लक्ष्मी जी नहीं जाती हैं।
धन प्राप्ति के लिए हनुमान जी की चौपाई :
महर्षि तुलसीदास द्वारा रचित हनुमान चालीसा में एक चौपाई का वर्णन है। जिसमें तुलसीदास जी ने लिखा है की
“अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता, अस वर दीन्ह जानकी माता। ”
जिसका अर्थ है – “माता जानकी अर्थात सीता जी ने आपको ( हनुमान जी ) को अष्ट सिद्धियों और नौ निधियों का वरदान दिया है। ” अतः जो आपकी इस चालीसा का पाठ करेगा वह आपकी कृपा का पात्र बनेगा।
ऊपर बताये गए सभी धन प्राप्ति के उपाय सनातन ग्रंथों, पुराणों से बताये गए हैं। भारत के कुछ प्रसिद्ध संतों और कथावाचक अपनी कथाओं के माध्यम से धन प्राप्ति के उपाय बताते रहते हैं। अगर आपको अधिक जानकारी चाहिए तो आप उनको कथा सुन सकते हैं।
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