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मनुष्य के खून से जुड़े रोचक तथ्य : Blood Facts in hindi
एक वयस्क मानव के शरीर के सारे खून को चूसने के लिए 1,120,000 मच्छरों की ज़रूरत होगी।
रक्त को प्रसारित करने के लिए, हृदय इतना दबाव बनाता है कि वह 9 मीटर ऊंचा रक्त प्रवाह जारी कर सके।
एक इंसान एक नाड़ी के बिना रह सकता है। 2012 में, डॉक्टरों ने 55 साल के क्रेग लुईस के शरीर में एक उपकरण स्थापित किया, जो बिना नाड़ी के उसके पूरे शरीर में रक्त प्रवाह करने की अनुमति देता है।
स्टान लार्किन एक प्रत्यारोपण के इंतजार में, बिना दिल के 555 दिन जीवित रहे। उनके अपने दिल को एक उपकरण द्वारा बदल दिया गया था जिसे स्टेन ने अपने बैग में ले जाने के लिए इस्तेमाल किया था। वह बास्केटबॉल भी खेल सकता था।
25 दिनों में परिसंचारी शरीर से गुजरने वाले रक्त की मात्रा लगभग एक मध्यम आकार के पूल के बराबर होती है।
एक व्यक्ति अपने रक्त का 40% खो सकता है और जीवित रह सकता है। बेशक, एक समय पर रक्त आधान आवश्यक है।
सभी दिल के दौरे 21% सोमवार को होता है। दूसरी शुक्रवार को होती है।
हमारी हृदय गति हमारे मूड को प्रभावित करती है।
दिल के दौरे के जोखिम को कम करने के लिए, आपको सुबह में धीरे-धीरे जागने और शाम के वर्कआउट की तीव्रता को कम करने की आवश्यकता है।
नारियल पानी रक्त प्लाज्मा को उनकी समान रचनाओं की बदौलत बदलने में सक्षम है।
रक्त समूह में आमतौर पर ऐसे संयोजन होते हैं: ए + एबी या ए + ओ।
रक्त के प्रकार का हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। टाइप ओ लोगों को हृदय रोग का खतरा नहीं है, लेकिन वे त्वचा कैंसर या मोटापे के विकास की अधिक संभावना रखते हैं।
टाइप ए वाले लोगों को अपने रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें कोरोनरी धमनी रोग विकसित होने का खतरा है।
टाइप बी वाले लोगों को याद रखना चाहिए कि उन्हें मधुमेह और अग्नाशय के कैंसर का खतरा है।
एबी-टाइप रक्त वाले लोगों को अपनी स्मृति और एकाग्रता का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि एबी लोगों में संज्ञानात्मक हानि का जोखिम अन्य प्रकारों की तुलना में 82% अधिक है।
दुनिया का सबसे अलग ब्लड ग्रुप RH null ब्लड ग्रुप है। जिसे पूरी दुनिया में केवल 43 लोगों में पाया गया है। इस खून का रंग गोल्डन होता है । जिसके कारण इसे गोल्डन ब्लड भी कहा जाता है।
कैलिफोर्निया की एक यूनिवर्सिटी में शोधकर्ताओं ने आया है की B+ ब्लड ग्रुप वाले लोग काफी बुद्धिमान होते हैं। उनके सोचने की शक्ति बाकी लोगों से अलग होती है।
एक वयस्क मनुष्य में 1.2 -1.5 गैलन (करीब 10 यूनिट) खून होता है जोकि शरीर के वजन का 10% तक होता है।
अगर आपके शरीर का 40 प्रतिशत तक का खून बह जाता है तो आप मर सकते हैं।
मानव शरीर में कार्निया ही एकमात्र ऐसी जगह है जहां रक्त की आपूर्ति नही होती है। क्योंकि कॉर्निया हवा से सीधे ऑक्सीजन लेने में सक्षम होती है।
मनुष्य का हृदय 1 मिनट में 70 मिली. रक्त पंप करता है।
मनुष्य के रक्त में RBC (रेड ब्लड सेल्स ), WBC (व्हाइट ब्लड सेल्स) और प्लेटलेट्स होती हैं।
पीले रंग के ब्लड प्लाज्मा में ब्लड सेल्स तैरती हैं। ब्लड प्लाज्मा जोकि 90% पानी का बना होता है। ब्लड प्लाज्मा में कई जरूरी पोषक तत्व , इलेक्ट्रोलाइट , प्रोटीन ,ग्लूकोज और हार्मोन्स होते हैं।
RBC शरीर में ऑक्सीजन ले जाने का महत्वपूर्ण कार्य करती हैं। RBC में हीमोग्लोबिन नाम का एक प्रोटीन भी होता है। हीमोग्लोबिन में आयरन होता है। हीमोग्लोबिन और ऑक्सीजन के मिलने के कारण ही रक्त का लाल रंग होता है।
RBC (रेड ब्लड सेल्स) ही बोन मैरो को बनाती हैं और लगभग 120 दिनों तक शरीर में घूमती रहती हैं।
लाल रक्त कोशिकाएं शरीर के विभिन्न अंगों की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करती है।
इसके साथ ही लाल रक्त कोशिकाएं कार्बन डाई आक्साइड को खत्म करने का कार्य करती है।
सफ़ेद रक्त कोशिकाएं शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में महत्वपूर्ण होती है। ये कैंसर सेल्स, बैक्टीरिया, वायरस, संक्रामक रोगों से बचाने में मददगार होती हैं।
एक बूंद खून में 10,000 सफ़ेद रक्त कोशिकाएं और 2,50,000 प्लेटलेट्स होती हैं।
हर स्वस्थ इंसान रक्तदान कर सकता है। लेकिन यह ध्यान देने योग्य है कि कभी भी एल्कोहॉल का सेवन करने के 48 घंटों तक रक्तदान नहीं करना चाहिए।
गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कभी रक्तदान नहीं करना चाहिए।
इंसान के शरीर में चार प्रकार का ब्लड होता है- ए, बी, एबी और ओ।
चोट लगने या फिर कट जाने पर रक्त स्राव होने लगता है ऐसे में प्लेटलेट्स ही रक्त को रोकने या थक्का बनाने में मदद करती हैं। लेकिन अगर रक्त के यह थक्के मस्तिष्क या दिल तक जाने वाली रक्त धमनियों (ब्लड वेसल्स ) में बन जाते हैं तो इसका परिणाम घातक हो सकता है। इससे स्ट्रोक या दिल का दौरा भी पड़ सकता है।
विश्व में सबसे पहला ब्लड बैंक 1937 में बनाया गया था।
रक्त पूरे शरीर में जरूरी पोषक तत्वों को पहुंचाने के साथ -साथ अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में भी सहायता करता है।
नवजात शिशु के शरीर में लगभग 250 मिली. खून की मात्रा होती है, जोकि एक कप के बराबर होता है।
एक वयस्क के शरीर में लगभग 5 लीटर खून पाया जाता है। वयस्कों के शरीर के कुल वजन का करीब 10% खून होता है।
ब्लड प्रेशर (रक्त चाप) उस प्रेशर की माप है जो कि ब्लड से ब्लड वेसेल्स की दीवारों पर पड़ता है। 120/80 mmHg एक व्यक्ति का सामान्य ब्लड प्रेशर होता है। उच्च रक्त चाप होने पर दिल का दौरा होने का खतरा बढ़ जाता है।
एक वयस्क पुरुष के शरीर में मौजूद रक्त की औसत मात्रा 5.6 लीटर होती है जबकि एक वयस्क महिला के शरीर में औसतन 4.5 लीटर रक्त होता है।
मनुष्य के शरीर में कृत्रिम हृदय हो सकता है लेकिन, मानव रक्त के लिए अभी तक कोई विकल्प नहीं है।
ब्लड डोनेट करने से किसी व्यक्ति की शारीरिक क्षमता कम नहीं होती है।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जापान में रक्त के ग्रुप से इंसान के व्यक्तित्व का पता लगाया जाता है। जापान के स्कूलों में बच्चों को उनके बल्ड ग्रुप के अनुसार अलग-अलग कक्षा वर्ग में पढाया जाता है। यहां तक की वहां की कंपनियां भी कर्मचारियों को उनके बल्ड ग्रुप के आधार पर उन्हें काम देती हैं।
हमारे देश में हर तीन सेकेंड में किसी न किसी व्यक्ति को खून की जरूरत होती है।
दुनिया में हर दिन 40000 यूनिट खून की आवश्यकता होती है। यहीं नहीं हर तीन में से एक शख्स को अपनी जिंदगी में कभी न कभी खून की जरूरत पड़ती है।
1932 लेनिनग्राद अस्पताल में पहला ब्लड बैंक स्थापित किया गया था।
क्या आप जानते हैं हमारे शरीर में 0.2 मिलिग्राम तक सोना होता है और इसकी सबसे अधिक मात्रा खून में पाई जाती है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि नसों में रक्त 400 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ता है। इसे कैल्कुलेट किया जाए तो यह पूरे दिन में लगभग 9600 किलोमीटर की दूरी तय कर लेता है।
पहला सफल ब्लड ट्रांसफ्यूजन इंसानों के बीच नहीं बल्कि कुत्तों के बीच 1665 में हुआ था।
जेम्स हॉरिसन नामक एक व्यक्ति है जो 60 सालों से रक्तदान कर रहा है। इसके कारण उन्हें सुनहरे हाथ वाला मनुष्य भी कहा जाता है। वह हजार बार रक्तदान कर चुके हैं। उनके द्वारा किए गए बल्ड डोनेट से करीबन 20 लाख अजन्मे शिशुओं को रीसस नामक रोग से बचाया गया है।
विलियम हार्वे 1628 में ब्लड सर्कुलेशन को डिस्क्राइब करने वाले पहले व्यक्ति थे।
ब्राजील के आदिवासी समूह, बोरोरो के सभी लोगों में आश्चर्यजनक रूप से एक ही प्रकार का रक्त पाया जाता है।
पश्चिमी मध्यप्रदेश में पाया जाने वाले कड़कनाथ मुर्गे के खून का रंग काला होता है। इसकी हड्डियां, मांस, और पंख भी काले रंग का होता है।
खून का रंग सिर्फ लाल ही नहीं होता है। संसार के कुछ प्राणियों में खून का रंग नीला, हरा, बैंगनी भी होता है।
सबसे गर्म खून बकरी का होता है।
सबसे ठंडा खून सांप का होता है।
क्या आप जानते हैं कि मादा कुतिया को भी पीरियड्स होते हैं। ऐसा साल में 2 बार होता है 6 महीने में एक बार।
बिल्लियों के शरीर में ग्यारह प्रकार के ब्लड होता है।
कुत्तों में 13 और गायों में लगभग 800 तरह का रक्त पाया जाता है।
कीड़ों के खून से जुड़े रोचक तथ्य –
क्या आप जानते हैं कि काकरोच के खून का रंग सफ़ेद होता है।
ऑक्टोपस, मकड़ी के खून का रंग नीला होता है।
जोंक इंसानों का खून पीती है।
ज्यादातर मच्छर ‘O’ ब्लडग्रुप वालों के पास फटकते मिलेंगे क्यों कि उन्हें ‘O’ प्रकार का खून चूसना ज्यादा पसंद होता है। एक आदमी के शरीर से पूरी तरह खून चूसने के लिए औसतन 12,00,000 मच्छरों की जरूरत होगी।