Bullet Mandir : भारत का एक ऐसा मंदिर जहाँ बुलेट बाइक की होती है पूजा

Bullet Mandir

Bullet Mandir : हमारे भारत में कहा जाता है की “कण कण में भगवान् होते हैं ” मानो तो भगवान् नहीं तो पत्थर का टुकड़ा. भारत के लोगो की आस्था किसमें हो जाये इसका कुछ कहा नहीं जा सकता है. आज हम एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ किसी भगवान की नहीं बल्कि Bullet Bike की पूजा की जाती है. इसलिए इसे Bullet Temple के नाम से भी जाना जाता है.

Bullet Mandir कहाँ है?

राजस्थान के पाली-जोधपुर हाइवे पर एक चोटिला गाँव है जहां सड़क के किनारे एक पेड़ के पास पत्थर का चबूतरा बना है। उस चबूतरे पर एक तस्वीर रखी है जिनकी याद में यह मंदिर बनाया गया है। यह तस्वीर है स्व. ओम सिंह राठौर जी की और साथ ही में उनकी बुलेट बाइक को भी रखा गया है। जिसकी लोग पूजा करते हैं। इस बुलेट को लोग ओम सिंह राठौर का ही रूप मानते हैं। यह बुलेट मंदिर जोधपुर से लगभग 53 किमी. दूर है।

कौन है ओम सिंह राठौड़ ?

ओम सिंह राठौड़ जिनके नाम से Bullet Mandir बनवाया गया है दरअसल उनके गाँव में लोग उनको इज्ज़त से ओम बन्ना भी बुलाते थे. उनके पिता चोटिला गाँव के ठाकुर जोग सिंह जी राठौड़ थे. सन् 1991 में एक जानलेवा एक्सीडेंट में राजस्थान के पाली जिले के ओम सिंह राठौड़ की अपनी ही bullet से मौत हो गयी थी. उनके पास 350 सीसी की bullet थी. गाँव के लोगों का मानना है की मरने के बाद उनकी आत्मा हाईवे पर एक्सीडेंट होने से लोगों की जान बचाती है. कई लोगों ने तो रात को गाँव में उनके मंदिर के पास जाते हुए उनकी परछाई के दिखने की बात कही है.

Bullet Mandir की कहानी क्या है ?

एक बार ओम बन्ना चोटिला गाँव के पास कहीं जा रहे थे. अचानक सड़क किनारे एक पेड़ से उनकी bullet टकरा जाती है और मौके पर ही उनकी मृत्यु हो जाती है. पुलिस वहां पहुच कर सारा मामला देखती है और शिनाख्त के लिए bullet मोटरबाइक वहां से ले जाती है. लेकिन रात को मोटर बाइक वहां से अचानक गायब हो जाती है. बाद में खोजने पर bullet बाइक उसी पेड़ के पास मिलती है जहाँ ओम बन्ना का एक्सीडेंट हुआ था.

Bullet Mandir om banna mandir
Bullet Mandir om banna mandir

आश्चर्यचकित पुलिस वाले फिर से उस मोटर बाइक को थाने में वापस ले आते हैं और ज़ंजीर से बाँध देते हैं. इस बार बुलेट ज़ंजीर में बंधी होने के कारण कहीं जा नहीं पायी लेकिन रात के समय अपने आप स्टार्ट हो गयी. यह बात पूरे गाँव में आग की तरह फैलने लगी. एक दिन ओम बन्ना की माँ को अपने बेटे का सपना आता है जिसमें उसकी माँ अपने बेटे को एक देवता के रूप में देखती हैं.

इन सभी घटनाओं को देखते हुए गाँव के लोगों ने उसी पेड़ के पास एक चबूतरा बनवा दिया जहाँ ओम बन्ना की मृत्यु हुई थी और उसकी bullet को भी उसी चबूतरे पर खड़ा कर दिया गया. तब से लोग वहां उस bullet पर फूलों की माला चढाने लगे और पूजा करने लगे.

Bullet Mandir की मान्यता क्या है ?

वहां के स्थानीय लोग बताते है की उनको कभी कभी बन्ना की परछाई देखने को मिलती है. लोगों का कहना है की बन्ना की आत्मा वहां के लोगों की बहुत मदद करती है. कई एक्सीडेंट में लोगों की जान बचाई है. पहले वहां उस हाईवे पर बहुत एक्सीडेंट होते थे लेकिन Bullet Mandir बनने के बाद अब वहां न के बराबर एक्सीडेंट होते हैं.

मंदिर के आस पास के ही नहीं बल्कि राजस्थान के लोग यहाँ आते हैं और bullet की पूजा करते हैं. कुछ लोग तो यहाँ आकर मन्नत का धागा बांधते है, लोगों का मानना है की इस मंदिर में मांगी हुई मन्नत ज़रूर पूरी होती है. यहाँ आम लोगों के अलावा पुलिस वाले भी पूजा करने आते हैं. जब गाँव में किसी नए पुलिस वाले की भर्ती होती है तो वे यहाँ आकर ज़रूर प्रार्थना करते हैं.

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इसी पेड़ से ओम बन्ना की bullet टकराई थी

मंदिर के पास से गुजरने वाले मुसाफिर इस मंदिर के सामने अपना सर ज़रूर झुकाते हैं ऐसा माना जाता है की यहाँ किसी यात्रा पर जाने से पहले यहाँ इस Bullet Mandir के सामने सर झुकाने से उनकी यात्रा सुखमय होती है. इस मंदिर में bullet की आरती भी की जाती है. मंदिर के आस पास की दुकानों में बन्ना को समर्पित लोक गीतों से जुडी किताबे और आरती प्रसाद भी मिलता हैं.

अब कभी भी आपको राजस्थान जाने का मौका लगे तो इस Bullet Mandir में ज़रूर जाइये जहाँ लोगों की आस्था एक bullet में है और वहां उसकी पूजा की जाती है. हम ऐसे ही रोचक किस्से आपके लिए Explore करके लाते रहेंगे. हमसे जुड़े रहने के लिए आपका ह्रदय से धन्यवाद. अपने सुझाव हमें कमेंट में लिखते रहिये. जय हिन्द

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